UBS ने अपने कर्मचारियों को किया आगाह- Credit Suisse के एंप्लॉयीज को न बताएं कोई बिजनेस सीक्रेट
AajTak
क्रेडिट सुइस बैंक के सीइओ ने अपने कर्मचारियों को काम पर लौटने को कहा है. वहीं, UBS के अधिकारी ने अपने कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. क्रेडिट सुइस बैंक के अधिग्रहण की डील पूरी तरह इसके शेयरों पर अधारित है.
स्विट्जरलैंड का दूसरा सबसे बड़ा बैंक क्रेडिट सुइस (Credit Suisse Bank) बिक गया है. इसे युनाइटेड बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड (UBS) ने खरीद लिया है. क्रेडिट सुइस के अधिग्रहण के बाद बैंक के सभी कर्मचारियों को काम लौटने को कहा है. क्रेडिट सुइस ने अपने कर्मचारियों को मेमो भेजकर कहा है कि काम पहले की तरह ही जारी रहेगा और जो पे-हाइक का वादा किया गया था उसे भी पूरा किया जाएगा. वहीं, दूसरी तरफ UBS ने अपने कर्मचारियों को मैसेज भेजकर कहा है कि उन्हें अपने नए सहयोगियों के साथ कोई भी बिजनेस की डिटेल्स नहीं शेयर करनी है. उन्हें इस आदेश को तब तक मानना होगा, जब तक अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती.
प्रतिद्वंदी है क्रेडिट सुइस बैंक
UBS के सीईओ राल्फ हैमर्स ने कर्मचारियों को मेमो भेजकर कहा है कि क्रेडिट सुइस बैंक अभी भी हमारा प्रतिद्वंदी है. क्रेडिट सुइस बैंक के चेयरमैन एक्सेल लीमैन ने और सीईओ उलरिच कोर्नर कर्मचारियों को भेजे मेमो में लिखा कि बैंक के क्लाइंट्स और हर दिन के काम काज पर किसी भी तरह का असर नहीं पड़ेगा. बैंक से भी ब्रॉन्च और विदेशी दफ्तर खुले रहेंगे. इसलिए सभी कर्मचारी अपने काम पर लौट आएं.
छंटनी का खतरा
क्रेडिट सुइस ने यूबीएस के साथ डील के बाद बैंकिंग सिस्टम में किसी भी तरह के बदलाव से फिलहाल इंकार कर दिया है. हालांकि, UBS ने छंटनी के संकेत दिए हैं. यूरोप के दो दिग्गज बैंकों के विलय के बाद नई एंटिटी के सालाना कॉस्ट बेस में 2027 तक 800 करोड़ डॉलर से अधिक की कटौती की जाएगी. ये क्रेडिट सुइस के पिछले साल के पूरे खर्च का करीब आधा है. अगर बैंक में छंटनी होती है, तो इसका असर एशिया में भी नजर आ सकता है. क्योंकि दोनों बैंकों का कारोबार इस क्षेत्र में भी फैला हुआ है.
शेयरों पर अधारित है अधिग्रहण
JioCinema के नए प्लान्स लॉन्च हो गए हैं. कंपनी पिछले कुछ दिनों से इन प्लान्स को टीज कर रही थी. कंपनी का सबसे सस्ता प्लान 29 रुपये का है. इस प्लान के लॉन्च होने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या जियो सिनेमा दूसरे OTT प्लेटफॉर्म्स का खेल बिगाड़ सकता है. जियो ने सस्ती सर्विसेस ऑफर करके टेलीकॉम सेक्टर में दूसरे ऑपरेटर्स से बढ़त हासिल की है. क्या ऐसा ही OTT सेगेमेंट में भी होगा.