Surya Puja: शुभता लाता है सूर्य को प्रतिदिन अर्घ्य देना, जानें सही नियम
ABP News
Sun Worship: भगवान सूर्य न सिर्फ हमें प्रकाश देते हैं अपितु संपूर्ण ब्रह्मांड को ऊर्जा भी प्रदान करते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि वे हमारे ऊर्जादेव हैं.
Sun Worship: शास्त्रों में विदित है कि सूर्य संसार के मित्र हैं. भगवान महादेव के तीन नेत्रों में से एक नेत्र को सूर्य की उपमा दी गई है. इस संसार सूर्य देव ही है जो प्रत्यक्ष हमें दिखाई देते हैं. हमारे सनातन धर्म में पंचदेव उपासना है, सर्वोपरि भगवान गणेश उपासना, शिव उपासना, विष्णु उपासना, देवी दुर्गा उपासना और सूर्य उपासना. यदि आप किसी भी देव की उपासना करते हैं सबसे पहले सूर्य उपासना करना अति आवश्यक है. बिना सूर्य की आराधना करें बिना किसी भी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है. सूर्य भगवान की पूजा और अर्घ्य नित्य देना चाहिए. भगवान सूर्य अर्घ्य प्रिय हैं. जीवनपर्यंत सूर्य की पूजा प्रतिदिन करनी चाहिए. सूतक के समय में भी सूर्य को मानसिक रूप से भी जल देना नहीं छोड़ना चाहिए.
सूर्य को अर्घ्य देने का सही स्थानसूर्यनारायण को अर्घ्य जलाशय, नदी इत्यादि के आस-पास देना चाहिए. यदि जलाशय या नदी तक रोज नहीं पहुंच सकते तो साफ-सुथरी भूमि में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. घर की छत या बालकनी जहां से सूर्य दिखाई दें, वहां खड़े होकर सूर्य पूजन कर सकते हैं.