
Shinzo Abe: जिस पार्टी के कैंपेन में शिंजो आबे की हुई थी हत्या, उसने जीता चुनाव
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जापान के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के आरोपी के घर की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान हाथ से बनाए गए अन्य हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं. बता दें कि शुक्रवार को इलेक्शन कैंपेन के दौरान शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) ने हाउस ऑफ काउंसलर के चुनाव में जीत हासिल की थी. बता दें कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे हाउस ऑफ काउंसलर चुनाव के लिए एलडीपी के के लिए कैंपेन कर रहे थे. इसी दौरान उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
जापान की क्योदो समाचार एजेंसी के अनुसार, प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की पार्टी एलडीपी ने 248 सदस्यों वाली ऊपर सदन में बहुमत को बरकरार रखते हुए 75 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की. एलडीपी और गठबंधन की सहयोगी कोमिटो (Komeito) ने मिलकर जरूरी 166 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एलडीपी-कोमिटो गठबंधन ने आवश्यक 166 सीटों की सीमा को पार कर लिया है. 2013 के बाद से एलडीपी का ये सबसे अच्छा प्रदर्शन है. वहीं, जापान की प्रमुख विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 23 सीटें थीं, वो अब 20 के नीचे पहुंच गई है.
पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या का जिक्र करते हुए जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र की नींव है. मैं लोकतंत्र की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगा. बता दें कि 67 साल के शिंजो आबे जापान के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे थे. शुक्रवार को 41 साल के शख्स ने गोली मारकर आबे की हत्या कर दी थी. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
धार्मिक समूह से थी हमलावर को शिकायत
उधर, पुलिस ने कहा कि तेत्सुया यामागामी नाम के आरोपी ने शिंजो आबे को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली है. आरोपी ने बताया कि उसे एक "विशिष्ट संगठन" संभवतः धार्मिक समूह के खिलाफ शिकायत थी. उसका मानना था कि उस संगठन का शिंजो आबे से संबंध था, इसलिए उसने शिंजो आबे को निशाना बनाया. हालांकि रिपोर्ट में धार्मिक नेता की पहचान नहीं की गई थी. पुलिस ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूर्व पीएम को समूह से जुड़े अन्य लोगों से क्यों निशाना बनाया गया.

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