Russia-Ukraine War: महिला-बच्चों को देश छोड़ने की इजाजत, लेकिन पुरुषों को जंग के लिए रोक रहा Ukraine
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रूस और यूक्रेन की जंग के बीच यूक्रेन के अलग-अलग शहरों से बेहद दर्दनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं. यूक्रेन में पुरुषों को देश छोड़ने नहीं दिया जा रहा है. सरकार का कहना है कि पुरुषों का पहला कर्तव्य देश की रक्षा करना है.
यूक्रेन पर तीसरे दिन भी रूसी सेना का हमला जारी है. राजधानी कीव पर लगातार हो रही रूसी एयरस्ट्राइक के बाद सुरक्षित ठिकाने की तलाश में यूक्रेन के हजारों लोग सीमा पार कर पश्चिम में स्थित पड़ोसी देशों में पहुंच रहे हैं. पड़ोसी देशों में शरण लेने वालों में ज्यादातर महिलाएं, बच्चे या बुजुर्ग लोग हैं. दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने आदेश जारी किया है कि देश के जो भी नागरिक सेना में शामिल होने लायक हैं, वे देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.