
New Year 2026 Rashifal: 4 अद्भुत संयोग! लाभकारी होगी नए साल की शुरुआत, शुरू होगा इन 3 राशियों का गोल्डन टाइम
AajTak
New Year 2026 Rashifal: साल 2026 की शुरुआत में 4 प्रमुख शुभ योग गजकेसरी योग, बुधादित्य राजयोग, मालव्य राजयोग और शुक्रादित्य राजयोग बनेंगे. ये सभी दुर्लभ योग कई राशियों के जीवन में आर्थिक लाभ और तरक्की लेकर आने वाले हैं.
New Year 2026 Rashifal: कुछ ही दिनों में नए साल का आगमन होने वाला है. साल 2026 की शुरुआत के साथ ही कई बड़े ग्रहों की चाल में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, जिनका असर सभी 12 राशियों के जीवन पर पड़ेगा. इसके साथ ही, इस साल की शुरुआत 4 महासंयोगों और राजयोगों से होने जा रही है जिसमें गजकेसरी योग, बुधादित्य राजयोग, मालव्य राजयोग और शुक्रादित्य राजयोग बनेंगे. ज्योतिष शास्त्र में ये सभी योग बहुत ही शुभ और लाभकारी माने जाते हैं. तो आइए जानते हैं कि साल की शुरुआत में बनने जा रहे इन शुभ योगों से किन राशियों को लाभ होगा.
वृषभ
साल 2026 में बनने जा रहे शुभ योग वृषभ राशि वालों के लिए धन और सुख-सुविधाओं में वृद्धि लेकर आ सकते हैं. मालव्य राजयोग और शुक्र से जुड़े योगों के प्रभाव से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. नौकरी और बिजनेस दोनों में अच्छे मौके मिल सकते हैं. पारिवारिक जीवन भी संतुलित रहेगा. नई सुविधा मिलने का योग बन सकता है. बिजनेस करने वालों के लिए नए क्लाइंट और बड़े ऑर्डर मिलने की संभावना है.
मिथुन साल 2026 में मिथुन राशि पर बुधादित्य राजयोग और गजकेसरी योग का अच्छा प्रभाव पड़ेगा. करियर में पहचान मिलेगी. अधिकारियों का सहयोग मिल सकता है. नेतृत्व क्षमता निखरेगी. अटके हुए काम पूरे होने लगेंगे. यह समय मान-सम्मान बढ़ाने वाला रहेगा. धन लाभ, मानसिक शांति और आध्यात्मिक झुकाव बढ़ेगा. समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी.
तुला
तुला राशि वालों के लिए 2026 की शुरुआत बुद्धि और निर्णय क्षमता को मजबूत करेगी. बुध से जुड़े योगों के कारण पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षा, लेखन, मीडिया और कम्युनिकेशन से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिल सकता है. आर्थिक स्थिति में भी सुधार के संकेत हैं. करियर में स्थिरता आएगी. लंबे समय से चल रही परेशानियों से राहत मिल सकती है.

Aaj 26 December 2025 का पंचांग (Aaj ka Panchang): 26 दिसंबर 2025, दिन- शुक्रवार, पौष मास, शुक्ल पक्ष, षष्ठी तिथि दोपहर 13.43 बजे तक फिर सप्तमी तिथि, शतभिषा नक्षत्र सुबह 9 बजे तक फिर पूर्व भाद्रपद नक्षत्र, चंद्रमा- कुंभ में, सूर्य- धनु राशि में, अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12.01 बजे से दोपहर 12.42 बजे तक, राहुकाल- सुबह 11.04 बजे से दोपहर 12.22 बजे तक, दिशा शूल- पश्चिम












