Mundka Fire: मंजू-रंजू और मुस्कान... घर चलाने वाली कई बेटियां गुम, फोटो दिखा तलाश रहे परिजन
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Mundka Fire: मुंडका में हुए हादसे ने लोगों को जिंदगी भर का जख्म दे दिया है. वहीं कुछ लोगों को तो इस बात का भी पता नहीं है कि उनके परिजन कहां है. लिहाजा लोग रात भर मोबाइल लेकर अपनों को तलाशते रहे.
दिल्ली के मुंडका में तीन मंजिला इमारत में लगी भीषण आग के बाद लोगों का पता नहीं चल सका है. किसी की बेटी लापता है तो किसी का भाई. आलम ये है कि हादसे के बाद लोग अपने परिजनों की तलाश में रातभर भटकते रहे. लोगों को मोबाइल फोन पर अपने उन परिजनों की तस्वीरें दिखाते रहे जो हादसे के बाद लापता हैं. मोबाइल पर फोटो दिखाकर लोग पूछ रहे थे कि क्या किसी ने उनके परिजनों को देखा है. अपनी बेटी के बारे में कोई जानकारी न होने पर एक मां बार-बार बेसुध हो रही थी. तो वहीं उस युवती का भी कोई पता नहीं चल सका है, जो हादसे के दौरान बिल्डिंग से कूदी थी.
मुंडका में हुआ अग्निकांड कई लोगों को जीवनभर का दर्द दे गया. जब बिल्डिंग धू-धू कर जल रही थी, तो 21 साल की मुस्कान नाम की युवती ने छलांग लगाई थी, उसे उम्मीद थी कि वह बच जाएगी, लेकिन वह जीवित है भी या नहीं, इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. मुस्कान बुध बाजार रोड नागलोई की रहने वाली बताई जा रही है, लेकिन वह हादसे के बाद लापता है.
भाभी को ढूंढ रहे देवर का छलका दर्द
इसी तरह हादसे के बाद वीरेंद्र नेगी हाथों में मोबाइल फोन लेकर भटकते रहे. वह अपनी भाभी भारती नेगी की तस्वीर दिखाते हुए पूछ रहे थे कि क्या किसी ने इन्हें देखा है. वीरेंद्र ने बताया कि उनकी भाभी भारती पिछले 2 साल से यहां काम करती थीं. भारती बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बैठती थी, लेकिन एक जरूरी मीटिंग में शामिल होने के लिए वे शाम 4 बजे दूसरी मंजिल पर पहुंची थीं.
लोगों को बचाते-बचाते लापता हुई बेटी
हादसे के बाद एक मां अपनी लापता बेटी को खोजती नजर आईं. उनका कहना था कि 26 साल की बेटी तान्या का पता नहीं चल पा रहा है. मेरी 4:14 बजे फोन पर उससे बात हो रही थी. मेरी बेटी ने कई लोगों की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन लोगों को बचाते-बचाते वह खुद लापता हो गई है. तान्या की मां ने बताया कि उनकी बेटी तान्या ने 5 से 6 लोगों की जान बचाई. मैं जब अपनी बेटी से फोन पर बात कर रही थी तब मैं सुन रही थी कि वह लोगों को आग से बचा रही थी और उन्हें जाने के लिए रास्ता भी बता रही थी.
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