
MP-राजस्थान विधानसभा चुनाव में हिट रहा था, अब लोकसभा चुनाव में भी BJP चलेगी ये दांव?
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बीजेपी ने हाल ही में हुए राज्यों के चुनाव में 21 सांसदों को विधायकी का टिकट दिया था. अब पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इसी फॉर्मूले पर चलते हुए राज्यसभा सांसदों और विधायकों-मंत्रियों को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बना सकती है.
लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने का समय शेष है और सियासी दलों में सीट शेयरिंग से लेकर उम्मीदवार चयन तक, चर्चा तेज हो गई है. विपक्षी इंडिया गठबंधन के घटक दल अभी सीट शेयरिंग को लेकर मंथन कर रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में उम्मीदवार चयन की कवायद तेज हो गई है.
बीजेपी ने हर सीट से तीन-तीन सबसे लोकप्रिय नेताओं के नाम मांगे हैं. उम्मीदवार चयन में बीजेपी का फॉर्मूला क्या होगा? इसे लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. बीजेपी ने हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को मैदान में उतारने का दांव चला था. अब माना जा रहा है कि पार्टी इसी फॉर्मूले पर चलते हुए लोकसभा चुनाव में राज्यसभा सांसदों और राज्यों की सरकार में मंत्रियों, विधायकों को भी उम्मीदवार बना सकती है.
अटकलें यूं ही नहीं लगाई जा रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अगस्त महीने में हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में ही इस फॉर्मूले पर आगे बढ़ने के संकेत दे दिए थे. पीएम मोदी ने साफ कहा था कि राज्यसभा सांसदों को लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए.
किन सांसदों को कहां से उतार सकती है बीजेपी
बीजेपी को राज्यसभा सांसदों पर दांव लगाने का दक्षिण के राज्यों में लाभ मिल सकता है. बीजेपी एल मुरुगन और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को तमिलनाडु की किसी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है तो वहीं वी मुरलीधरन को केरल, राजीव चंद्रशेखर को कर्नाटक या केरल से टिकट दिया जा सकता है. इसी तरह पीयूष गोयल के महाराष्ट्र, धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव के ओडिशा, पुरुषोत्तम रुपाला और मनसुख मांडविया के गुजरात, भूपेंद्र यादव के हरियाणा से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है.
राज्यसभा सांसदों को उतारने की तैयारी क्यों

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