MCD: दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक क्यों करना चाहती है बीजेपी?
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Delhi MCD: दिल्ली में तीनों नगर निगमों को एक करने वाले प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. अब इससे जुड़ा बिल संसद में पेश किया जाएगा. तीनों नगर निगमों के एक होने के बाद दिल्ली में तीन की बजाय एक ही मेयर होगा.
Delhi MCD: दिल्ली में अब तीनों नगर निगम एक हो जाएंगे. मोदी कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी है. अब इससे जुड़ा बिल संसद में पेश किया जाएगा. ये बिल इसी सत्र में पेश किए जाने की उम्मीद है. कानून बनने के बाद दिल्ली नगर निगम में फिर से वही व्यवस्था लागू हो जाएगी, जो 10 साल पहले थी.
जनवरी 2012 में कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्सों में बांट दिया था. इसके बाद नॉर्थ दिल्ली (NDMC), साउथ दिल्ली (SDMC) और ईस्ट दिल्ली (EDMC) नगर निगम बन गई थी. बताया जा रहा है कि संसद की मुहर लगने के बाद तीनों नगर निगमों को भंग कर दिया जाएगा और फिर चुनाव कराए जाएंगे.
तीनों नगर निगमों का कार्यकाल मई में खत्म हो रहा है. साउथ दिल्ली का कार्यकाल 18 मई, नॉर्थ दिल्ली का 19 मई और ईस्ट दिल्ली का 22 मई को खत्म हो रहा है. 18 मई से पहले नगर निगम के चुनाव कराने जरूरी है. हालांकि, चुनावों को ज्यादा से ज्यादा 6 महीनों तक टाला जा सकता है. जब तीनों निगम थे, तब चेयरमैन रहे जगदीश ममगई ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि अगर केंद्र जल्दी इसका रास्ता साफ कर देता है तो 18 मई से पहले चुनाव कराए जा सकते हैं.
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तीनों निगमों के एक होने से क्या बदलेगा?
- वार्डः दिल्ली में तीन नगर निगम हैं, जिनमें 272 वार्ड हैं. इनमें से 104-104 वार्ड साउथ और नॉर्थ दिल्ली में हैं, जबकि 64 वार्ड ईस्ट दिल्ली में हैं. एक होने के बाद भी दिल्ली नगर निगम में 272 वार्ड ही रहने की संभावना है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.