Live: दिल्ली में जंतर-मंतर पर AAP का प्रदर्शन, केजरीवाल बोले- केंद्र के बिल से लोग दुखी हैं
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केंद्र द्वारा संसद में NCT एक्ट से जुड़ा एक संशोधित बिल पेश किया गया है, जो कि उपराज्यपाल को मिलने वाले अधिकार को बढ़ाता है. अब आम आदमी पार्टी इस मसले पर विरोध तेज़ कर रही है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जाएगा.
केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच तकरार एक बार फिर बढ़ रही है. केंद्र द्वारा संसद में NCT एक्ट से जुड़ा एक संशोधित बिल पेश किया गया है, जो कि उपराज्यपाल को मिलने वाले अधिकार को बढ़ाता है. ऐसे में अब आम आदमी पार्टी इस मसले पर विरोध तेज़ कर रही है. पार्टी द्वारा आयोजित धरने में शामिल होने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल जंतर-मंतर पहुंचे. यहां उन्होंने मंच से केंद्र सरकार पर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि केंद्र के इस बिल से दिल्ली के लोग दुखी हैं. जनता द्वारा भारी बहुमत से चुनी गई दिल्ली की केजरीवाल सरकार के अधिकारों को छिनने के लिये केंद्र सरकार द्वारा लाये गये बिल के खिलाफ लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष @SabhajeetAAP जी की अगुवाई में आप कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार प्रदर्शन।#BJPFearsKejriwal pic.twitter.com/CDwChv325D जंतर-मंतर से सीएम केजरीवाल ने आगे आगे कहा कि अगर एलजी ही सरकार है तो दिल्ली में चुनाव का क्या मतलब. दिल्ली में बीजेपी ने सरकार गिराने की कोशिश की. ये लोग देश में सरकार गिराने के लिए जाने जाते हैं. बता दें कि जंतर-मंतर पर AAP कार्यकर्ताओं समेत दिल्ली सरकार के कई मंत्री, नेता भी वहां मौजूद रहे.सतारा लोकसभा सीट से शिवाजी महाराज के 13वें वंशज उदयनराजे प्रतापसिंह भोसले ने बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की है. उन्होंने एनसीपी (शरद पवार गुट) उम्मीदवार शशिकांत जयवंतराव शिंदे को 32 हजार 771 वोटों के अंतर से चुनाव हराया. उदयनराजे भोसले को 5,71,134 वोट मिले थे. वहीं, एनसीपी के शशिकांत को 5,38,363 मत हासिल हुए. वहीं जिस निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव सिंबल पर शरद पवार की पार्टी ने ऐतराज जताया है, उसे 37 हजार से अधिक वोट मिले.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब चार जून को चुनावी नतीजे आ रहे थे, मैं काम में व्यस्त था. फोन कॉल आना शुरू हो गए थे. मैंने किसी से पूछा कि आंकड़े तो ठीक है लेकिन मुझे ये बताओ कि ईवीएम जिंदा है या मर गया. क्योंकि ये लोग (विपक्ष) तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास ही उठ जाए और लगातार ये लोग ईवीएम को गाली दे रहे थे. मुझे तो लग रहा था कि इस बार ईवीएम की अर्थी लेकर जुलूस निकालेंगे.