LAC पर चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देंगे 'वज्र' और 'त्रिशूल'! देखें क्या है तैयारी
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बात शांति की हो रही थी और गलाने वाली ठंड में चीन सैनिकों ने तार लगे डंडों और पत्थरों से भारतीय सेना पर हमला किया था. गलवान में दोनों देश की सेना हथियारों का इस्तेमाल नहीं करती लेकिन चीन ने गैरपारंपरिक हथियारों का इस्तेमाल कर बता दिया कि वो किस हद तक जा सकता है. गलवान से सबक लेकर अब हिंदुस्तान भी तैयार है. लद्दाख और अरुणाचल में चीन सीमा पर डटे जवानों के लिए ऐसे गैर पारंपरिक हथियार तैयार हो रहे हैं जो दुश्मन को उसी अंदाज में जवाब देंगे. वज्र, त्रिशूल, सैपर पंच, दंड और भद्र ऐसे हथियार हैं जो हैं तो पारंपरिक, लेकिन टेक्नोलॉजी से जुड़ कर काफी घातक हो गए हैं. हर हथियार की अपनी खासियत है. देखें ये रिपोर्ट.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.