
Kaal Bhairav Jayanti 2021: काल भैरव जयंती पर आज भूलकर भी न करें ये 5 काम, चूके तो शुरू हो जाएगा बुरा समय, जानें पूजा विधि
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Kaal Bhairav Jayanti 2021: भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की आज जयंती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा का विधान है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान काल भैरव का अवतरण हुआ था. इस दिन विधि विधान से पूजा किए जाने से भय और अवसाद का नाश होता है, साथ ही महादेव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
Kaal Bhairav Jayanti 2021: भगवान काल भैरव की जयंती आज 27 नवंबर दिन शनिवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जा रही है. मान्यता के अनुसार पूजन से प्रसन्न होकर भगवान काल भैरव सुख और समृद्धि का आशीर्वाद ही नहीं देते हैं, बल्कि व्यक्ति के जीवन से भय और अवसाद का नाश भी करते हैं. ज्योतिष में इस दिन कुछ कार्य निषेध बताए गये हैं, जिन्हें करने से बचना चाहिए. यहां देखें पूजा विधि और इस दिन क्या करें, क्या न करें ?

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

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