
ITBP में नौकरी के लिए फर्जी दस्तावेज किए गए जारी, CBI ने शुरू की जांच
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इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) में नौकरी के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ. फर्जी नियुक्ति पत्र देकर मोटी रकम वसूली गई. इस मामले की शिकायत आने के बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस में नौकरी के नाम पर युवाओं से मोटी रकम वसूली गई. जब इसे लेकर शिकायतें सामने आईं, तो अधिकारियों ने मामले में संज्ञान लिया. आईटीबीपी की शिकायत पर केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, साल 2015-16 से लगातार शिकायतें मिल रही थीं, कि लोगों को आईटीबीपी में नौकरी के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे थे. ये नियुक्ति पत्र उन असफल आवेदनकर्ताओं को भी जारी किये गए थे, जो परीक्षा में फेल हो गए थे. बता दें कि 2014-15 में आईटीबीपी में कांस्टेबल और ड्राइवर के पद पर जो भर्तियां की जानी थीं, उनमें फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए गए. इन पत्रों पर मोबाइल नंबर किसी भी आइटीबीपी अफसर के नहीं थे. इतना ही नहीं असफल आवेदनकर्ताओं से फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर ट्रेनिंग चार्जेज के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही थी.
बिहार में अलग-अलग तरह की अफवाहें तैर रही हैं, सवाल उठाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार क्या एनडीए का हिस्सा एक बार फिर से होंगे. ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि नीतीश कुमार एक तो इंडिया गठबंधन के उस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे जहां वो मुख्य अतिथि थे. दूसरी बात ये है कि नीतीश कुमार ने सचिवालय का औचक दौरा किया और बताया जा रहा है कि आरजेडी कोटे के मंत्रियों की दफ्तरों में गैरमौजूदगी से वो नाराज हो गए तो फिर उसी सवाल पर आते हैं कि नीतीश के मन में आखिर है क्या ।

नीतीश की पार्टी के सहयोगी घटक आरजेडी में जातीय पर घमासान छिड़ा है और इधर नीतीश कुमार एक अलग मिशन में व्यस्त हैं. नीतीश कुमार ने कल सचिवालय का औचक दौरा कर हड़कंप मचा दिया. जब नीतीश सचिवालय पहुंचे तो कुछ मंत्री अपने दफ्तर में काम करते हुए मिले तो कुछ सचिवालय से नदारद दिखे. ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो.