ISI को खुफिया जानकारी देने वाला एजेंट दबोचा, यूपी एटीएस को मिली बड़ी सफलता
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साल 2023 में ISI से जुड़े तीन गिरफ्तार लोगों से पूछताछ हुई तो जिया उल हक का नाम सामने आया. जियाउल पाकिस्तान के हैंडलर के सीधा संपर्क में था.सामने आया है कि आरोपी नेपाल के नंबर से व्हाट्सएप अकाउंट चलाता था, इसी से करता ISI हैंडलर से संपर्क करता था.
उत्तर प्रदेश एटीएस को एक ISI के लिए काम करने वाले एजेंट को पकड़ने में बड़ी सफलता हाथ लगी है. एटीएस ने जिस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंट को दबोचा है. ये एजेंट आईएसआई के हैंडलर्स को भारतीय सेना की गुप्त और खास जानकारियां पहुंचाता था. एटीएस बीते काफी समय से इस एजेंट की तलाश में थी. सामने आया है कि पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले इस एजेंट का नाम जिया उल हक है.
सेना की गोपनीय जानकारी दे रहा था जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस ने उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर जिले से एक आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया है. इसकी गिरफ्तारी जिले के खलीलाबाद स्टेशन से हुई है. आरोपी की पहचान जिया उल हक के तौर पर हुई है और आरोप है कि, ISI हैंडलर्स को सेना की गोपनीय जानकारी दे रहा था. यह भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी भेज कर ISI से पैसा ले रहा था. बता दें कि, साल 2023 में यूपी एटीएस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
एजेंट को रिमांड पर लेगी एटीएस साल 2023 में ISI से जुड़े तीन गिरफ्तार लोगों से पूछताछ हुई तो जिया उल हक का नाम सामने आया. जियाउल पाकिस्तान के हैंडलर के सीधा संपर्क में था.सामने आया है कि आरोपी नेपाल के नंबर से व्हाट्सएप अकाउंट चलाता था, इसी से करता ISI हैंडलर से संपर्क करता था. नेपाल के नंबर से व्हाट्सएप अकाउंट चला कर कई बैंक खाते में ISI से पैसे मंगाए जाते थे. गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश कर एटीएस आरोपी को रिमांड पर लेगी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये स्पष्ट करते हुए कि उनके सुझाव का मतलब यह नहीं है कि भारत ने चीन के साथ व्यापार से इनकार किया है, लेकिन ऐसी स्थिति में भारतीय व्यवसायों को राष्ट्रीय सुरक्षा संवेदनशीलताओं का ध्यान रखना चाहिए. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों को दांव पर लगाकर किसी देश के साथ व्यापार को प्राथमिकता नहीं देगा.