Indian Railways Vistadome coaches: घूमने वाली सीट, फ्रिज, शीशे की छत! लग्जरी रेल यात्रा का अनुभव देंगे विस्टाडोम कोच
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नए विस्टाडोम एलएचबी कोच 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं. हालांकि, फिलहाल इसकी गति 180 किमी प्रति घंटा रखी जाने की संभावना है, जो कि भारत की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के बराबर है.
इंडियन रेलवे एक के बाद एक नए कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कर रही है. भारतीय रेल ने अब नए विस्टाडोम कोच (Vistadome coaches) तैयार किए जो कि भारत में अभी तक के सबसे हाईटेक रेलवे कोच हैं. ट्रेन के इन डिब्बों में यात्रियों को बेहद लग्जरी यात्रा का अहसास हो, रेलवे ने इन डिब्बों में इसके लिए खास ख्याल रखा है. साथ ही इसकी रफ्तार भी आपकी यात्रा को रोमांच से भर देगी. Take a tour of Vistadome Coach!!! Vistadome Coaches have enriched travel experiences of many travellers. Enjoy the ride in Vistadome coaches & make your travel experience a memorable one. pic.twitter.com/FqWGUT3MZm रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goel) के मुताबिक यूरोपीय शैली (European-style coaches) में बने ये नए विस्टाडोम एलएचबी कोच 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं. हालांकि, फिलहाल इसकी गति 180 किमी प्रति घंटा रखी जाने की संभावना है, जो कि भारत की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के बराबर है. इन विस्टाडोम एचएलबी कोच का स्पीड ट्रायल पिछले वर्ष ही हो चुका है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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