IIT चेन्नई में कोरोना वायरस ने बरपाया कहर, 12 स्टूडेंट्स निकले पॉजिटिव
AajTak
आईआईटी चेन्नई के 12 स्टूडेंट्स कोविड-पॉजिटिव पाए गए हैं. कुल 18 लोगों का कोरोना टेस्ट करवाया गया था, जिसमें से 12 छात्रों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है.
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब ताजा मामला आईआईटी, चेन्नई का है, जहां पर 12 स्टूडेंट्स कोविड-पॉजिटिव पाए गए हैं. कुल 18 लोगों का कोरोना टेस्ट करवाया गया था, जिसमें से 12 छात्रों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है.
बता दें कि कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते दिन 1009 मामले सामने आए हैं, वहीं, देशभर में 24 घंटे में कोविड के 2380 नए मामले सामने आए. कई स्कूलों में अब तक सैकड़ों बच्चे कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं.
कई जगह स्कूलों-कॉलेजों को लेकर आदेश जारी किए जा रहे हैं. हरियाणा के शिक्षा विभाग ने स्कूलों को आदेश दिया है कि वे किसी भी छात्र को ऑफलाइन क्लास में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं. हालांकि, दिल्ली में डीडीएमए की बैठक में राजधानी में स्कूल बंद नहीं करने का फैसला लिया गया. अधिकारी ने बताया कि स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे और ऑफलाइन क्लासेस जारी रहेंगी. एक्सपर्ट की सलाह के बाद स्कूलों के लिए अलग से एसओपी जारी की जाएगी.
पॉजिटिविटी रेट 0.53% हुआ पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 2,380 केस सामने आए हैं. इससे पहले मंगलवार को कोरोना के 2067 और सोमवार को 1247 केस मिले थे. बताया जा रहा है कि भारत में डेली पॉजिटिविटी रेट 0.53% हो गया है. वहीं, वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.43% है. देश में पिछले 24 घंटे में 449114 टेस्ट किए गए हैं. इनमें से 2,380 लोग पॉजिटिव मिले हैं. भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,380 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 1231 लोग डिस्चार्ज हुए हैं और 56 लोगों की कोरोना से मौत हुई है.
NEET on High Court: नीट परीक्षा परिणाम को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि नीट यूजी काउंसलिंग को रोका नहीं जाएगा. एचसी ने एनटीए को नोटिस देकर जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया है. इस मामले पर हाई कोर्ट में अगली सुनवाई 5 जुलाई 2024 को होनी है.
WHO के मुताबिक, H9N2 वायरस के चलते होने वाले बर्ड फ्लू 4 साल का एक बच्चा संक्रमित पाया गया. मरीज को सांस लेने में तकलीफ, बुखार और पेट में तेज दर्द के चलते फरवरी में लोकल अस्पताल के एक पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में एडमिट कराया गया था. तीन महीने के इलाज के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था.