
I love Mohammed से जुड़े कार्यक्रम में मौलवी का विवादित बयान, सीएम योगी को दी धमकी
AajTak
महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगाव में 'आई लव मोहम्मद' कार्यक्रम के दौरान मौलवी ने मंच से योगी आदित्यनाथ को दफनाने की धमकी दी. मौलवी ने कहा, 'योगी को चुनौती देता हूं, हिम्मत है तो माजलगाव में आकर देख' बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस थाने में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, जबकि लोगों ने कार्रवाई की मांग की है.
महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगाव में आयोजित 'आई लव मोहम्मद' कार्यक्रम के दौरान एक मौलवी के विवादित बयान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. कार्यक्रम के सार्वजनिक मंच से मौलवी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुलेआम चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे माजलगाव आए तो उन्हें वहीं दफना दिया जाएगा. यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल, 'आई लव मोहम्मद' कार्यक्रम के दौरान मौलवी ने कहा, मैं सीएम योगी को माजलगाव शहर से मुस्तफा मस्जिद के सामने से ये चैलेंज करता हूं. तेरे में इतनी हिम्मत है तो माजलगाव में ‘आई लव’ बैनर लगाने वाले को तू गिरफ्तार करेगा तो कसम खुदा कि यहां तुझे दफना दिया जाएगा. उन्होंने योगी आदित्यनाथ को 'अपशब्द' कहकर संबोधित किया, जिससे माहौल और भड़क गया.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: फसलें डूबीं, पानी में फंसे 44 लोग... बीड में मूसलाधार बारिश से बाढ़ का खतरा
इस बयान के सामने आने के बाद इलाके में हंगामा मच गया है. हालांकि, अब तक वक्तव्य देने वाले मौलवी की पहचान सामने नहीं आई है. माजलगाव पुलिस थाने में इस मामले को लेकर अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन वायरल वीडियो ने स्थिति को संवेदनशील बना दिया है. इस मामले में अभी तक माजलगाव पुलिस थाने में कोई FIR दर्ज नहीं की गई है.
देखें वीडियो...
स्थानीय स्तर पर इस बयान की कड़ी आलोचना की जा रही है और लोग पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, योगी आदित्यनाथ पर सीधे निशाना साधने के कारण यह मामला महाराष्ट्र से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है. प्रशासन पर अब दबाव है कि मौलवी की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि माहौल बिगड़ने से रोका जा सके.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







