
Gujarat Foundation Day : पाटन में मनाया जाएगा 62वां गुजरात स्थापना दिवस, हो सकती हैं कई बड़ी घोषणाएं
AajTak
गुजरात के पाटन में गुजरात स्थापना दिवस मनाया जाएगा. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शामिल होंगे. इस दौरान कई घोषणाएं हो सकती हैं.
गुजरात और महाराष्ट्र के लिए 1 मई का दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन दोनों ही राज्यों का स्थापना दिवस मनाया जाता है. दरअसल भारत के स्वतंत्र होने के समय गुजरात बॉम्बे प्रदेश का हिस्सा था, लेकिन एक मई 1960 के दिन इसे बॉम्बे प्रदेश से विभाजित कर दिया गया. ऐसे में गुजरात और महाराष्ट्र राज्य का गठन हुआ और तब से ही हर साल 1 मई को गुजरात व महाराष्ट्र अपना स्थापना दिवस धूमधाम से मनाते आए हैं. इस बार गुजरात के 62वे स्थापना दिन को पाटन में मनाया जायेगा. पिछले 2 सालो में कोरोना काल के कारण किसी प्रकार के कार्यकम नहीं किए गए.
पाटन में पहली बार होगा कार्यक्रम पाटन में गुजरात स्थापना दिन का कार्यक्रम पहली बार होने जा रहा है. इस कार्यक्रम को गुजरात गौरव दिन के रूप में मनाया जाता था और यह सिर्फ गांधीनगर में ही होता था. लेकिन नरेंद्र मोदी जब सत्ता में आए तब से इस कार्यक्रम को राज्य के अलग अलग जिलों में शुरू किया गया. कार्यक्रम में अलग-अलग विकासकार्यो का लोकार्पण किया जाता है.
110 करोड़ के विकास कार्यों का होगा लोकार्पण गुजरात स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर पाटन शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इसमें भव्य परेड, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. इन कार्यक्रमों के जरिये लोगों को राज्य की संस्कृति, परंपरा और इसके गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराया जाता है. साथ ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के द्वारा पाटन जिले में 110 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण लोकार्पण किया जायेगा. साथ ही 330 करोड़ के काम का मुहूर्त शुरू किया जायेगा. इसमें तकरीबन 10 एकड़ में 100 करोड़ रुपए की लागत से बना रीजनल विज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन होगा.
उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी के कैंपस में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवरत्तजी पुलिस परेड का निरीक्षण करेंगे. उसके बाद पुलिस जवानो के द्वारा रायफल मॉकड्रिल, मोटरसाईकिल की हैरतअंगेज करतब, डॉग शो जैसे कार्यक्रम भी होंगे, जिसकी तैयारियां पिछले 1 महीने से चल रही हैं.
ये भी पढ़ें:
साथ में विपिन प्रजापति की रिपोर्ट

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









