
Groww Share Crash: कहीं फंस तो नहीं गए? 2 दिन में 19000cr साफ, अचानक ग्रो को क्या हुआ
AajTak
12 नवबंर को आईपीओ की लिस्टिंग हुई थी, जिसके बाद से इस शेयर में तूफानी तेजी आई और यह शेयर 90 फीसदी तक चढ़ गया. लेकिन अब पिछले 2 दिनों से इसमें गिरावट आ रही है.
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Groww की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स लिमिटेड के शेयरों में गुरुवार को भी तगड़ी गिरावट देखने को मिली. वहीं बुधवार को इस शेयर में 10% का लोअर सर्किट लगा था. यह अपने हाई लेवल से करीब 20 प्रतिशत नीचे आ चुका है. ऐसे में निवेशक डरे हुए हैं कि ये शेयर कहीं और नीचे ना आ जाए. साथ ही यह जानने की भी कोशिश कर रहे हैं कि इस शेयर में इतनी गिरावट क्यों आ रही है?
गुरुवार को यह शेयर 7.76% टूटकर 156.71 रुपये पर बंद हुआ, जबकि इंट्राडे के दौरान यह शेयर 9 फीसदी टूट गया था. रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद इस शेयर में लगातार दूसरे दिन की गिरावट रही. कुछ लोग इस गिरावट के पीछे की वजह मुनाफावसूली बता रहे हैं.
इसके अलावा, एक और बड़ी वजह बताई जा रही है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रो के 30 लाख से अधिक शेयर NSE के ऑक्शन विंडो में चले गए. ऐसा इसलिए क्योंकि कई ट्रेडर्स ने लिस्टिंग के बाद गिरावट की उम्मीद में ग्रो के शेयरों शॉर्ट सेल किया था और समय पर शेयरों की डिलीवरी अरेंज नहीं कर सके. इस कारण दबाव बढ़ा.
निवेशकों को तगड़ा हुआ नुकसान 18 नवंबर को जब ग्रो का शेयर अपने रिकॉर्ड स्तर पर था तो उसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.19 लाख करोड़ रुपये के करीब था. लेकिन आज इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन गिरकर 1.04 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसका मतलब है कि मार्केट कैपिटलाइजेशन में 19000 करोड़ रुपये की गिरावट हुई या यूं कहें कि निवेशकों को 19000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा.
निवेशकों को क्या करना चााहिए? SBI सिक्योरिटीज के सनी अग्रवाल का कहना है कि आज की गिरावट लिस्टिंग के बाद आई तेजी के बाद मुनाफावसूली लग रही है. रिस्क अभी भी बना हुआ दिखाई दे रहा है और निवेशकों को शेयर खरीदने से पहले अभी और इंतजार करना चाहिए. साथ ही आगामी तिमाही नतीजों पर नजर रखना चाहिए.
ग्रो को लेकर लग रहा ये डर 10 दिसंबर को Groww की लिस्टिंग का एक महीना होने वाला है, जिसके बाद शेयरधारक लॉक-इन समाप्त होगा. जिस कारण अतिरिक्त शेयर मार्केट में आएंगे. नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, लॉक-इन समाप्त होने के बाद कंपनी के 149.2 मिलियन शेयर, या बकाया इक्विटी का 2%, व्यापार के योग्य हो जाएंगे.













