CUET UG 2024: कैंडिडेट्स ने लगाया सीयूईटी पेपर लीक का आरोप, कॉलेज के बाहर किया हंगामा, जानें पूरा मामला
AajTak
देशभर में 15 मई से शुरू हुई सीयूईटी परीक्षा के बीच पहले ही दिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ कॉलेज में शाम की शिफ्ट में हो रहे एग्जाम के बीच पेपर लीक की खबर के बाद भारी बवाल हो गया था. कैंडिडेट्स ने कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने एनटीए से बात करके मामले को सुलझाया.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कालेज में बुधवार को CUET को लेकर जमकर हंगामा हुआ है. परीक्षा के पहले दिन यानी 15 मई को सीयूईटी का पेपर देने आए उम्मीदवारों ने कॉलेज के बाहर नारेबाजी की, जिसके बाद प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी. कैंडिडेट्स का कहना था कि उनको पेपर नहीं मिला तो वहीं, कुछ कैंडिडेट्स का यह कहना है कि पेपर लीक हो गया है.
पुलिस ने की एनटीए से बात
नारेबाजी करते हुए कैंडिडेंट्स ने पत्थर चलाकर विंडो के शीशे तोड़े और पेपर दो पेपर दो के नारे लगाए. हंगामा कर रहे कैंडिडेट्स ने पेपर न मिलने का आरोप लगाया है. सैकड़ों स्टूडेंट्स को हंगामा करते देख कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को बुलाया, जिसके बाद कैंपस में मौके पर वरिष्ठ अधिकारी कई थानों की फोर्स के साथ वहां पहुंचे. हंगामे की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्टूडेंट्स को समझा बुझाकर शांत किया. मामले में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कैंडिडेट्स हंगामा और पत्थरबाजी करते हुए दिख रहे हैं.
पेपर लीक को लेकर होगी जांच
डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि हिंदी मीडियम वालों को इंग्लिश मीडियम का और इंग्लिश वालों को हिंदी का पेपर दे दिया गया था. कैंडिडेट्स के विरोध पर एनटीए से बात की गई है. एनटीए ने प्रभावित कैंडिडेट्स का एग्जाम कैंसिल कराने को कहा है. इसको लेकर गहमागहमी हुई और सभी कैंडिडेट्स हंगामा करते हुए पूरा एग्जाम कैंसिल कराने के लिए कहने लगे, जिसको लेकर विवाद बढ़ गया था, जिसके बाद कैंडिडेट्स को समझाकर भेज दिया गया. पुलिस का यह भी कहना है कि फिलहाल पेपर लीक के साक्ष्त सामने नहीं आए हैं, बाकी आगे जांच की जाएगी.
आज होनी हैं ये परीक्षाएं
NEET on High Court: नीट परीक्षा परिणाम को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि नीट यूजी काउंसलिंग को रोका नहीं जाएगा. एचसी ने एनटीए को नोटिस देकर जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया है. इस मामले पर हाई कोर्ट में अगली सुनवाई 5 जुलाई 2024 को होनी है.
WHO के मुताबिक, H9N2 वायरस के चलते होने वाले बर्ड फ्लू 4 साल का एक बच्चा संक्रमित पाया गया. मरीज को सांस लेने में तकलीफ, बुखार और पेट में तेज दर्द के चलते फरवरी में लोकल अस्पताल के एक पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में एडमिट कराया गया था. तीन महीने के इलाज के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था.