COVID-19: कभी खत्म नहीं होगा कोरोना..., वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर भी एम्स के डॉक्टर ने कही चौंकाने वाली बात
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Covid-19 variant in india: भारत में कोरोना के नए मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. नए मामलों की वृद्धि के पीछे कोरोना का आर्कटुरस वैरिएंट (XBB 1.16) माना जा रहा है. इस वैरिएंट पर वैक्सीन भी असरदार नहीं है और अधिक वैक्सीन लेने को डॉक्टर क्यों मना कर रहे हैं? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
Covid-19 variant in india: भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 9,111 नए मामले सामने आए हैं जिसके कारण देश में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 60,313 हो गई है. पिछले 24 घंटों में 27 मौतें भी दर्ज की गई हैं. गुजरात में छह, उत्तर प्रदेश में चार, दिल्ली और राजस्थान में तीन-तीन, महाराष्ट्र में दो, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, केरल और तमिलनाडु से एक-एक मौतों की जानकारी दी गई है. कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और जीनोम सीक्वेंसिंग की सलाह दी है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कई एक्सपर्ट लोगों को सावधानी बरतने और बूस्टर डोज लगवाने की भी सलाह दे रहे हैं. लेकिन कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि COVID-19 वैक्सीन आपको 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकतीं. भले ही आपको बूस्टर डोज लगी हो या ना लगी हो. इसलिए संभावना है कि आपको संक्रमण हो सकता है.
100 प्रतिशत सुरक्षित नहीं वैक्सीन रूबी हॉल क्लिनिक के कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. अभिजीत एम देशमुख (Dr. Abhijit M Deshmukh) ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'हमें इस बात को याद करने की जरूरत है कि कोरोना के खिलाफ लगाई कई वैक्सीन किसी को भी 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान नहीं करतीं. अगर आप बूस्टर डोज लेते हैं तो भी नहीं.
दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय (Dr. Sanjay Rai) का कहना है, ‘इस समय वैक्सीन की बूस्टर डोज फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकती है. शुरुआत में जब अधिक लोग संक्रमित नहीं थे, तब लोगों में हर्ड इम्यूनिटी नहीं थी और वैक्सीन की जरूरत थी ताकि बीमारी की गंभीरता और मौत के आंकड़ों को कम किया जा सके. लेकिन अब देश में लगभग सभी लोग संक्रमित हो चुके हैं और उनमें नेचुरल इम्यूनिटी भी विकसित हो गई है जो किसी भी वायरस से बचाने में वैक्सीन से ज्यादा असरदार है.'
डॉ. संजय ने कहा, 'वैक्सीन से कोरोना की किसी नई लहर को नहीं रोक सकते, यह केवल मौत के आंकड़ों और बीमारी की गंभीरता को कम सकती है. इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए अधिक वैक्सीन देने से आपको फायदे की अपेक्षा नुकसान हो सकता है.’
फुल वैक्सीनेटेड लोगों को भी हो सकता है इंफेक्शन
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