'Bulli Bai' क्या है, जिस वजह से मुस्लिम महिलाएं बवाल काट रही हैं?
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सोशल मीडिया की दुनिया पर इस समय Bulli Bai ऐप को जमकर ट्रोल किया जा रहा है. इस ऐप की लगातार आलोचना की जा रही है. आरोप है कि इस ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की जा रही हैं.
सोशल मीडिया की दुनिया पर इस समय Bulli Bai ऐप को जमकर ट्रोल किया जा रहा है. इस ऐप की लगातार आलोचना की जा रही है. आरोप है कि इस ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की जा रही हैं. उनकी तस्वीरों का सौदा हो रहा है. तस्वीरों पर मिसोगिनिस्ट टेक्स्ट लिखे जा रहे हैं. अब ताजा मामला पत्रकार इस्मत आरा को लेकर है जिनकी तस्वीरों को आपत्तिजनक कंटेंट के साथ शेयर किया जा रहा है. It is very sad that as a Muslim woman you have to start your new year with this sense of fear & disgust. Of course it goes without saying that I am not the only one being targeted in this new version of #sullideals. Screenshot sent by a friend this morning. Happy new year. pic.twitter.com/pHuzuRrNXR Have spoken to @CPMumbaiPolice and DCP Crime Rashmi Karandikar ji. They will investigate this. Have also spoken to @DGPMaharashtra for intervention. Hoping those behind such misogynistic and sexist sites are apprehended. https://t.co/Ofo1l9dgIl
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में कंचनजंगा एक्सप्रेस में मालगाड़ी ने टक्कर मार दी,ये टक्कर इतना भयानक थी कि इंजन और बोगी के परखच्चे उड़ गए, हादसे से बेखबर यात्री जहां तहां छितरा गए, चीख पुकार मच गई,चारों ओर मौत का मंजर. इस हादसे की वजह क्आया है और आखिर उस रेल कवच का क्या हुआ, जिसे ऐसे हादसे टालने के लिए बड़ा हथियार माना जाता है.
पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी. टक्कर लगने से एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से उतर गईं. हादसे में मरने वालों की संख्या 8 पहुंच गई और कई लोग घायल हैं. जिस ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ है वो कंचनजंगा एक्सप्रेस न्यू जलपाई गुड़ी से निकली ही थी और किशनगंज होकर सियालदाह जा रही थी, तभी रंगापानी और निजबाड़ी के बीच ये ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
जैन समाज के लोगों ने कहा कि पावागढ़ महाकाली मंदिर की पुरानी सीढ़ियों पर भगवान तीर्थंकर नेमिनाथ की 500 साल पुरानी प्राचीन मूर्तियाँ रखी हुई थीं, जिनकी हम पूजा करते थे. हमारे भगवान की जिस मूर्ति की हम पूजा करते थे, उसे मंदिर ट्रस्ट ने बिना हमें बताए हटा कर एक जगह रख दिया है. यह बहुत अशिष्ट व्यवहार है.