
Bahubali Gujiya: इस बार होली पर बाहुबली गुझिया का स्वाद लीजिए, कीमत जान दंग रह जाएंगे
Zee News
लखनऊ में एक दुकान पर बाहुबली गुझिया बेची जा रही है. सिर्फ एक ही गुझिया की कीमत 1200 रुपये है. आइए जानते हैं क्यों है ये गुझिया खास...
लखनऊ: होली एक ऐसा त्योहार है जो बिना मिठाइयों के अधूरा लगता है. खास कर होली में गुझिया का जबरदस्त प्रचलन है. ऐसा भी होता है कि घर पर हम एक दिन में 8 से 10 गुझिया खा जाते हैं. लेकिन अगर आपके सामने 1.5 किलो की गुझिया परोस दी जाए. तो शायद ही आप उसे खत्म कर पाएंगे. जी हां, लखनऊ में एक दुकान पर बाहुबली गुझिया बेची जा रही है. सिर्फ एक ही गुझिया की कीमत 1200 रुपये है. आइए जानते हैं ये गुझिया क्यों है खास... क्या है गुझिया की खासियत? आपके दिमाग ये सवाल जरूर होगा कि आखिर एक गुझिया की कीमत इतनी ज्यादा क्यों हैं? दरअसल, इसे बनाने में कई स्पेशल किस्म के मसालों को इस्तेमाल किया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुझिया को खोआ, केसर, बादाम, काजू और पिश्ता से भरा जाता है. इसके अलावा एक गुझिया को तलने में करीब 20 से 25 मिनट लगता है. 1.5 किलो की इस गुझिया की लंबाई 14 इंच है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








