Ankita Murder Case: श्रीनगर पहुंचा अंकिता का पार्थिव शरीर, आज होगा अंतिम संस्कार
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उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस में आरोपी के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने के साथ-साथ आरोपी के पिता और भाई को भाजपा ने निकाल दिया है. वहीं अंकिता का शव श्रीनगर पहुंच चुका है, आज रविवार को उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. शव को राजकीय मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखा गया है.
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी का पार्थिव शरीर श्रीनगर गढ़वाल पहुंच चुका है. आज रविवार को विधि विधान के साथ अंकिता भंडारी की अंत्येष्टि एनआईटी घाट श्रीनगर में की जाएगी. पार्थिव शरीर को राजकीय मेडिकल कॉलेज में रखा गया है. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन की टीमें घाट व मोर्चरी पर मौजूद हैं. पुलिस इस केस के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. प्रशासन ने आरोपी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया है. वहीं आरोपी के पिता और भाई को भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया है. जानिए पूरे दिन का घटनाक्रम...
चिल्ला पावर हाउस के पास से मिला अंकिता का शव
पुलिस को अंकिता की बॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली. पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर विधानसभा इलाके के एक प्राइवेट रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी 19 साल की थी. अंकिता बीते 18-19 सितंबर से गायब थी. पुलिस और SDRF की टीमें जिला पावर हाउस के पास शक्ति नहर में तलाशी अभियान चला रही थीं.
सीएम ने ट्वीट कर दी शव मिलने की जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रातः काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया है. इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में SIT का गठन कर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं.
BJP ने आरोपी पुलकित आर्य के पिता को पार्टी से निकाला, भाई से भी छीना पद
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.
सातवें चरण में लगभग 5.24 करोड़ पुरुष, 4.82 करोड़ महिलाएं और 3,574 थर्ड जेंडर मतदाता सहित 10.06 करोड़ से अधिक नागरिक मतदान करने के पात्र हैं. आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, अभिनेत्री कंगना रनौत, रवि किशन, निशिकांत दुबे भी मैदान में हैं.