
Agneepath Scheme: 10वीं पास अग्निवीरों के लिए NIOS विकसित करेगा खास कोर्स, जारी रहेगी 12वीं की पढ़ाई
AajTak
NIOS Course for Agneepath Scheme: 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए ऐसा पाठ्यक्रम विकसित किया जाएगा जो उन्हें 12वीं पास की मन्यता देने के साथ साथ उनके सर्विस सेक्टर के लिए बहुत प्रासंगिक होगा. यह प्रमाणपत्र पूरे देश में रोजगार और उच्च शिक्षा दोनों उद्देश्यों के लिए मान्यता प्राप्त होगा.
NIOS Course for Agneepath Scheme: रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने "अग्निपथ" योजना का अनावरण कर दिया है जो सैनिकों, वायुसैनिकों और नौसैनिकों की भर्ती के लिए ऑल इंडिया योग्यता-आधारित भर्ती योजना है. केन्द्र सरकार का कहना है कि यह एक परिवर्तनकारी पहल है जो सशस्त्र बलों को एक युवा प्रोफ़ाइल प्रदान करेगी. इस योजना के तहत, युवाओं को सशस्त्र बलों में 'अग्निवीर' के रूप में सेवा करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. यह युवाओं को प्रशिक्षण अवधि सहित 4 साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने का अवसर प्रदान करेगा.
अग्निवीरों की भर्ती 17.5 से 21 वर्ष की आयु के बीच की जाएगी और 10वीं/12वीं पास उम्मीदवार भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र सेवाओं में कुशल युवाओं को मौका देने की भारत सरकार की इस पहल का स्वागत किया है.
इस पहल का समर्थन करने के लिए, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग अपने स्वायत्त संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) के माध्यम से, रक्षा अधिकारियों के परामर्श से एक विशेष कार्यक्रम शुरू कर रहा है. यह उन अग्निवीरों को सक्षम बनाता है जो 10वीं कक्षा पास हैं और आगे पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं.
इसके तहत 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए ऐसा पाठ्यक्रम विकसित किया जाएगा जो उन्हें 12वीं पास की मन्यता देने के साथ साथ उनके सर्विस सेक्टर के लिए बहुत प्रासंगिक होगा. यह प्रमाणपत्र पूरे देश में रोजगार और उच्च शिक्षा दोनों उद्देश्यों के लिए मान्यता प्राप्त होगा.
इससे अग्निवरों को अपनी सर्विस के बाद समाज में उत्पादक भूमिका निभाने के लिए पर्याप्त शैक्षिक योग्यता और कौशल हासिल करने में लाभ मिलेगा. NIOS का यह विशेष कोर्स उपयोगकर्ता के अनुकूल होगा और कहीं से भी सभी के लिए सुलभ होगा.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









