75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रथम शहीद मंगल पांडे को किया गया याद, परिवार की पांचवी पीढ़ी कर रही है ये मांग
ABP News
प्रथम शहीद मंगल पांडे का आज भी पुरानी अवस्था में एक मकान है जिसमें उनके परिवार की पांचवी पीढ़ी के लोग रहते हैं. सरकार आज तक मंगल पांडे के गांव की सुध तक लेने नहीं आई है.
Independence Day 2021: स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाने की बात हो तो ऐसे में देश के प्रथम शहीद और 1857 की गदर के नायक मंगल पांडे को पूरा देश याद किए बिना नहीं रह सकता. यूपी के बलिया के नगवां गांव में जन्मे शहीद मंगल पांडे की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए उनके गांव नगवां में एक स्मारक बनाया गया है. यहां मंगल पांडे की विशाल मूर्ति लगाई गई है. जिसकी देखभाल शहीद मंगल पांडे स्मारक सोसायटी के जिम्मे है, जो इस वक्त उपेक्षा का शिकार है. वर्षों से बंद है पुस्तकालयस्मारक यही सोचकर बनाया गया था कि आने वाली पीढ़ियां स्मारक को देखेंगी तो देश के लिए सबसे पहले कुर्बानी देने वाले अपने वीर जवान को याद कर उनके बारे में जान सकेंगी. लेकिन, अब ये स्मारक उपेक्षाओं का शिकार हो गया है और मंगल पांडे का जन्म दिवस और शहादत दिवस मनाने तक ही सीमित है. शहीद मंगल पांडे स्मारक एक पुस्तकालय भी है जो वर्षों से बंद है.More Related News