7 कत्ल करने वाली शबनम के सिर पर मंडरा रही है मौत, बेटा बना बचने की उम्मीद
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सात कत्ल की गुनहगार शबनम और फांसी के फंदे के बीच उम्मीद की आखिरी किरण बस वो बच्चा है. यानी शबनम का बेटा. जो अपनी मां के लिए रहम की अपील कर रहा है. पर ये अपील शबनम को फांसी के फंदे से बचा पाएगी या नहीं ये तो आनेवाले दिन बताएंगे.
शबनम बीते 13 सालों से जेल में है. इनमें से 12 साल उसने मुरादाबाद की जेल में गुजारे हैं. जबकि बीते एक साल से शबनम रामपुर की जेल में बंद है. अब जब इस जेल से शबनम बाहर आएगी तो फिर उसकी आखिरी मंजिल होगी मथुरा की जेल क्योंकि फांसी मथुरा की जेल में ही होनी है. लेकिन शबनम और फांसी की बीच अभी भी कुछ वक्त लग सकता है. शबनम के बेटे ने राष्ट्रपति से एक अपील की है, अपील ये कि उसकी मां को माफ कर दिया जाए. क्या ये अपील काम करेगी, आखिर शबनम का ये बेटा कौन है, कहां, किसके साथ रहता है, शबनम के बेटे को गोद लेने की वजह क्या है? सात कत्ल की गुनहगार शबनम और फांसी के फंदे के बीच उम्मीद की आखिरी किरण बस वो बच्चा है. यानी शबनम का बेटा. जो अपनी मां के लिए रहम की अपील कर रहा है. पर ये अपील शबनम को फांसी के फंदे से बचा पाएगी या नहीं ये तो आनेवाले दिन बताएंगे. पर फिलहाल का सच ये है कि शबनम रामपुर ज़िला कारागार में अपने बचे खुचे दिन कपड़े सिलकर काट रही है.पीएम किसान सम्मान निधि योजना को 24 फरवरी 2019 को किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपए देती है. PM Kisan Scheme के तहत प्रति लाभार्थी किसान को 3 बार में 2-2 हजार रुपए करके खाते में भेजे जाते हैं.
दिल्ली की बूढ़ी महिला जो 80-80 साल की है, वह पानी ढोने पर मजबूर है. जब जनता सरकार चुनती है, तो उम्मीद होती है कि कम से कम मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी. पानी एक मूलभूत सुविधा है, लेकिन दिल्ली में पानी की कमी को लेकर दोनों तरफ से सियासत हो रही है. बीजेपी, आम आदमी पार्टी की सरकार को घेर रही है और बीजेपी पानी मुद्दे पर केजरीवाल सरकार को नाकाम करार दे रही है.