
'7 अक्टूबर का हिसाब बराबर लेकिन जंग अभी बाकी...', याह्या सिनवार की मौत पर बोले इजरायली PM नेतन्याहू
AajTak
इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने कहा कि इजरायल में पिछले साल सात अक्टूबर को किए गए हमले के लिए जिम्मेदार याह्या सिनवार आज आईडीएफ हमले में मारा गया. उन्होंने कहा कि इजरायली सैनिकों के ऑपरेशन में हमास चीफ सिनवार को मार गिराया गया. वह सात अक्टूबर के हमले का मास्टरमांइड था.
इजरायल के विदेश मंत्री इसराइल काट्ज ने हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि कर दी है. इजरायल ने डीएनए जांच के आधार पर इसकी पुष्टि की.
काट्ज ने जारी बयान में कहा कि इजरायल में पिछले साल सात अक्टूबर को किए गए हमले के लिए जिम्मेदार याह्या सिनवार आज आईडीएफ हमले में मारा गया. उन्होंने कहा कि इजरायली सैनिकों के ऑपरेशन में हमास चीफ सिनवार को मार गिराया गया. वह सात अक्टूबर के हमले का मास्टरमांइड था.
सिनवार की मौत पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इतिहास में होलोकास्ट के बाद यहूदियों पर किए गए सबसे भयावह नरसंहार को अंजाम देने वाले शख्स को मार गिराया गया है. इजरायल ने सिनवार को मारकर हिसाब बराबर कर दिया है. लेकिन हमारी जंग अभी खत्म नहीं हुई है.
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायली सेनाओं ने बुराई को पटखनी दे दी है. लेकिन हमारा मिशन अभी पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सिनवार की मौत हमास के खिलाफ इस जंग का सबसे महत्वपूर्ण पल है. जो भी गाजा में आत्मसमर्पण कर देगा और बंधकों की रिहाई में मदद करेगा, उन्हें गाजा से सुरक्षित तरीके से जाने दिया जाएगा.
नेतन्याहू ने कहा कि सिनवार को राफाह में इजरायली डिफेंस फोर्सेज के बहादुर जवानों ने मार गिराया. यह गाजा में जंग का अंत नहीं है बल्कि अंत की शुरुआत है. गाजा के लोगों के लिए मेरे पास संदेश है कि यह जंग कल खत्म हो सकती है. अगर हमास अपने हथियार डाल दे और बंधकों को रिहा कर दे तो यह जंग खत्म हो सकती है. हमास ने गाजा में 101 बंधकों को रखा हुआ है, जो 23 देशों के नागरिक हैं. इनमें इजरायल के नागरिक तो है ही, कई अन्य देशों के भी बंधक है. बंधकों को रिहा कराने के लिए इजरायल कुछ भी करने को तैयार है. जो हमारे बंधकों को लौटाएगा, उनकी सुरक्षा की गारंटा हमारी है. लेकिन बंधकों को नुकसान पहुंचाने वालों के लिए भी मेरे पास संदेश है कि इजरायल आपको ढूंढकर मारेगा. मेरे लिए गाजा के लोगों के लिए उम्मीद भरा संदेश है कि ईरान की ओर से बनाया या आतंक का यह गठबंधन हमारी आंखों के सामने ढह रहा है. नसरल्लाह मारा जा चुका है, मोहसिन भी मारा गया. हानियाह भी ढेर हो गया. डेफ भी चला गया और अब सिनवार भी ढेर हो गया.
इससे पहले इजरायली सेनाओं ने ऐलान किया था कि गाजा के ऑपरेशन में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. बता दें कि पिछले साल सात अक्टूबर के हमले में हमास ने 1200 इजरायलियों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया था.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







