38 साल पहले बम हमले में हुई थी पिता की हत्या, बदला लेने के लिए कराया हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह का मर्डर
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UP News: यूपी के देवरिया जिले में बीते पांच दिन पहले हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. पुलिस का कहना है कि इस केस में गिरफ्तार आरोपी के पिता की 1985 में बम से हमला कर हत्या कर दी गई थी. उसी का बदला लेने के लिए सुपारी देकर बृजेश सिंह को मरवा दिया गया. इस केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, एक फरार है.
उत्तर प्रदेश के देवरिया में 5 दिन पहले हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है. एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है
थाना प्रभारी संदीप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ज्ञानेश्वर पांडेय के पिता की साल 1985 में देवरिया कचहरी में बम मारकर हत्या कर दी गई थी. उस केस में बृजेश सिंह सहित चार आरोपी शामिल थे. इसमें भरत प्रसाद नाम के आरोपी की 1997 में हत्या कर दी गई थी. वारदात में शामिल दो अन्य को सजा हो गई थी.
बृजेश सिंह की हत्या के लिए ज्ञानेश्वर पांडेय ने दो हिस्ट्रीशीटर का सहारा लिया. इनमें एक राजेश मिश्रा और दूसरा अज्ञात है. इन दोनों ने ज्ञानेश्वर के कहने पर पैसे लेकर बृजेश सिंह की सिर कुचलकर हत्या कर दी और शव तुर्तीपार रेलवे स्टेशन हाल्ट के पास फेंक दिया था. आरोपियों ने बृजेश सिंह के प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई थी.
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इस मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी. इसी के तहत पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया, वहीं एक आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसकी तलाश की जा रही है. ज्ञानेश्वर ने घटना में शामिल दोनों हिस्ट्रीशीटरों को 8 हजार रुपये दिए थे, बाकी की कुछ रकम देनी थी.
बता दें कि थाना लार क्षेत्र के बौली वार्ड निवासी हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह कुख्यात अपराधी था, जिसकी रविवार को हत्या कर शव रेलवे स्टेशन हाल्ट के पास फेंक दिया गया था. इस मामले में बृजेश सिंह के भतीजे की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था.
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