
12 जून को आंध्रे प्रदेश में शपथग्रहण, तीसरी बार CM बनने जा रहे चंद्रबाबू नायडू
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नायडू पहली बार लगभग 30 साल पहले 1995 में सीएम बने थे और 2004 तक सत्ता में बने रहे. हालांकि इसके बाद वह दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी से हार गए. एक दशक के बाद और तेलंगाना और शेष आंध्र प्रदेश में संयुक्त राज्य के विभाजन के बाद, नायडू 2014 में नए बने राज्य के पहले सीएम के तौर पर चुने गए थे. लेकिन 2019 में वह चुनाव हार गए. अब वह पांच साल के अंतराल के बाद नायडू फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
एक तरफ केंद्र में एनडीए की सरकार के गठन की तैयारियां चल रही हैं तो वहीं आंध्र प्रदेश में भी नई सरकार के गठन की तारिख का ऐलान हो गया है. 9 जून को दिल्ली में नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे तो वहीं 12 जून को टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू तीसरी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक नायडू गन्नवरम हवाई अड्डे के पास केसरपल्ली आईटी पार्क में पद की शपथ लेंगे.
सूत्रों की मानें तो 12 जून (बुधवार) को सुबह 11:27 बजे चंद्रबाबू नायडू गन्नवरम हवाई अड्डे के पास केसरपल्ली आईटी पार्क में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं और कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई बड़े नेताओं को न्योता भेजने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है. इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों की बैठकें जारी है.
नायडू पहली बार लगभग 30 साल पहले 1995 में सीएम बने थे और 2004 तक सत्ता में बने रहे. हालांकि इसके बाद वह दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी से हार गए. एक दशक के बाद और तेलंगाना और शेष आंध्र प्रदेश में संयुक्त राज्य के विभाजन के बाद, नायडू 2014 में नए बने राज्य के पहले सीएम के तौर पर चुने गए थे. लेकिन 2019 में वह चुनाव हार गए और मुख्यमंत्री की कमान वाईएसआरसीपी सुप्रीमो वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने संभाली. अब वह पांच साल के अंतराल के बाद नायडू फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
बता दें कि आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ ही कराए गए थे. TDP ने दोनों चुनावों में बड़ा उलटफेर किया है. चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 16 पर जीत दर्ज की. वहीं, विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो सूबे की 175 विधानसभा सीटों में से टीडीपी ने 135 सीटें जीतकर बहुमत हासिल की.
आंध्र प्रदेश में चुनाव 13 मई को लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में YSRCP ने आंध्र प्रदेश की सभी 175 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि NDA के तहत टीडीपी ने 144, जनसेना पार्टी 21 सीटों पर और बीजेपी ने 10 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. वहीं, लोकसभा की 25 सीटों का बंटवारा कुछ इस तरह हुआ था, TDP ने 17, बीजेपी ने 6 और जनसेना पार्टी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा था.

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