यूपी में एंटी रोमियो स्क्वॉड की क्या है मौजूदा स्थिति? RTI पर मिला ये जवाब
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एंटी रोमियो स्क्वॉड तब विवादों में आ गए जब उन पर मॉरल पुलिसिंग और सार्वजनिक तौर पर जोड़ों का उत्पीड़न करने के आरोप लगे. समय बीतने के साथ इन स्क्वॉड की गतिविधियां भी समाचारों की सुर्खियों से बाहर हो गईं.
हाथरस और बदायूं में हैरान करने वाली कथित रेप और मर्डर की घटनाएं सामने आने के बाद लोगों का सवाल है कि उत्तर प्रदेश में जोरशोर के साथ जो एंटी रोमियो स्क्वॉड शुरू किए गए थे, वो कहां हैं? 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद इन एंटी रोमियो स्क्वॉड शुरू किए गए थे. इनका मकसद राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. एंटी रोमियो स्क्वॉड्स तब विवादों में आ गए जब उन पर मॉरल पुलिसिंग और सार्वजनिक तौर पर जोड़ों का उत्पीड़न करने के आरोप लगे. समय बीतने के साथ इन स्क्वॉड्स की गतिविधियां भी समाचारों की सुर्खियों से बाहर हो गईं. लोगों का रुझान और अहम (या सनसनीखेज) घटनाक्रमों की ओर हो गया.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.