कोरोना: टीका लगने के 9 दिन बाद वॉलंटियर की मौत, भारत बायोटेक बोली- डोज से संबंध नहीं
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भारत बायोटेक ने अपने बयान में कहा कि वॉलिंटियर की मौत डोज देने के 9 दिन बाद हुई और प्रारंभिक जांच के मुताबिक मृत्यु का डोज से कोई संबंध नहीं है. हमारी सहानुभूति मृतक के परिवार के साथ है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारत बायोटेक की वैक्सीन के ट्रायल के दौरान एक वॉलंटियर की मौत का मामला सामने आया है. वॉलंटियर के परिवार ने मौत पर सवाल उठाए हैं. अब पूरे मामले में भारत बायोटेक की सफाई आई है. कंपनी ने शनिवार को कहा कि वॉलंटियर की मौत डोज देने के 9 दिन बाद हुई और प्रारंभिक जांच के मुताबिक मृत्यु का डोज से कोई संबंध नहीं है. कंपनी ने मृतक के परिवार के प्रति सहानुभूति जताई है. भारत बायोटेक ने अपने बयान में कहा कि 21 दिसंबर, 2020 को एक वॉलंटियर की मौत हो गई थी. इसे तीसरे चरण के ट्रायल से जोड़कर बताया जा रहा है और मृतक के बेटे द्वारा मृत्यु की सूचना पीपुल्स कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर को दी गई.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.