
₹71 लाख की लूट पर पुलिस ने खुद की थपथपाई पीठ, लुटेरों को छोड़ राशि छिपाने वालों को दबोच कर ली इतिश्री
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Crime News: पुलिस ने लूट के रुपयों में से कुछ राशि बरामद तो की. लेकिन राशि छिपाने वाले 3 आरोपियों को दबोच पुलिस खुद की पीठ थपथापने लगी. जबकि लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश अभी भी पुलिस से कोसों दूर है.
राजस्थान के जयपुर में फिल्मी स्टाइल में ग्राम विकास अधिकारी (BDO) से 71 लाख रुपए की लूट के मामले का पुलिस ने अधूरा पर्दाफाश किया है. पहले दिनदहाड़े लूट की वारदात को हजम न करने वाली जयपुर पुलिस ने खुद की किरकिरी होते देख 3 लोगों को पकड़ा है. हालांकि, पुलिस ने लूट के रुपयों में से कुछ राशि बरामद तो की. लेकिन राशि छिपाने वाले 3 आरोपियों को दबोच पुलिस खुद की पीठ थपथापने लगी. जबकि लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश अभी भी पुलिस से कोसों दूर है.
पुलिस उपायुक्त दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया, मंगलवार शाम करीब 6:20 बजे सुमेरनगर विस्तार में जमीन खरीदने आए सीकर के ग्राम विकास अधिकारी (BDO) देवेन्द्र जांगिड़ से 71 लाख रुपए की लूट की घटना हुई. जहां करीब 6:05 बजे पीड़ित अपनी सफेद स्कॉर्पियो से अपने भाई के साथ वापस सीकर जाने के लिए रवाना हुए तो करीब 200 मीटर दूर ही उनकी गाड़ी के आगे फिल्मी स्टाइल में काले रंग की स्कॉर्पियो बदमाशों ने लगा दी.
जांगिड़ की गाड़ी के रुकते ही बदमाशों ने उतरकर गाड़ी के शीशे तोड़ना शुरू कर दिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी जिससे हमारे गंभीर चोटें आई हैं. इसके बाद बदमाशों ने 71 लाख रुपयों से भरे हुए 2 बैगों को लूट कर ले गए. इसके बाद लूट में प्रयुक्त ब्लैक स्कॉर्पियो गाड़ी और मुल्जिमानों की पहचान के लिए तत्काल डीएसटी, एससटी, स्पेशल के पुलिस कार्मिकों की 6 टीमों ने करीब 120 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला.
जिसमें पता चला कि बदमाश वारदात के बाद फागी रोड की तरफ भागे हैं. जहां पर लूट में प्रयुक्त गाड़ी के आरसी होल्डर गोपाल जाट के निवास पर पुलिस ने दबिश दी लेकिन गोपाल अपने निवास पर नहीं मिला.
इसके बाद बुधवार दोपहर 12 बजे पुलिस को इत्तला मिली कि गोपाल जाट फागी होते हुए जयपुर जा रहा है. इस पर टीम पीछा करते हुए टीलावाला के पास गोपाल जाट को दस्तयाब कर उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसका बेटा सुरेन्द्र और उसके दोस्त रवि पंडित, राम सिंह गोरा और अन्य लड़को ने लूट की वारदात की है और गाड़ी के साथ कुछ रुपये छिपाने के लिए देकर गए हैं.
यही नहीं, लूट की कुछ राशि उन्हीं के गांव में रहने वाले उसके साड़ू रामेश्वर के लड़के संजय और उसके साले बद्रीनारायण चौधरी को भी रुपए छिपाने के लिए दिए थे. इस पर तत्काल पुलिस टीमों ने आरोपी बद्री और संजय को भी जयपुर के नारायण विहार के पास घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया.

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