
'होस्टेज छोड़ दो और गाजा से चले जाओ...', इजरायल ने सिनवार को दिया था मौका, लेकिन...
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रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ा, सिनवार को एहसास हो गया था कि उनकी मौत संभव है. उसने मध्यस्थों से कहा कि हमास को एक नेतृत्व परिषद चुननी चाहिए, जो उनके बाद संगठन की बागडोर संभाले. रिपोर्ट में बताया गया है कि सिनवार ने कतर में मौजूद हमास के बातचीत करने वालों से बार-बार कहा कि वे युद्धविराम समझौते पर सहमत न हों.
हमास लीडर याह्या सिनवार को बीते दिनों इज़रायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक ऑपरेशन में मार गिराया है. इस बड़े ऑपरेशन के एक हफ्ते बाद सामने आया है कि सिनवार को इससे पहले गाजा छोड़ने और मिस्र को हमास की ओर से बंधक समझौते पर बातचीत करने का मौका दिया गया था. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रपोजल के जवाब में सिनवार ने अरब मध्यस्थों से कहा, "मैं घिरा हुआ नहीं हूं, मैं फिलिस्तीनी जमीन पर हूं." यह बयान सिनवार ने 7 अक्टूबर, 2023 को हुए नरसंहार के बाद दिया, जिसे उसने खुद अंजाम दिया था.
सिनवार को हो गया था मारे जाने का अहसास रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ा, सिनवार को एहसास हो गया था कि उनकी मौत संभव है. उसने मध्यस्थों से कहा कि हमास को एक नेतृत्व परिषद चुननी चाहिए, जो उनके बाद संगठन की बागडोर संभाले. रिपोर्ट में बताया गया है कि सिनवार ने कतर में मौजूद हमास के बातचीत करने वालों से बार-बार कहा कि वे युद्धविराम समझौते पर सहमत न हों. उसका मानना था कि गाजा में बढ़ती नागरिक हत्याओं से इंटरनेशनल प्रेशर इज़रायल पर बढ़ेगा और उसे लगता था कि यह संघर्ष पूरे क्षेत्र को इज़रायल के खिलाफ खड़ा कर सकता है.
जब इज़रायली सेना सिनवार के करीब पहुंची और गाजा में उन सुरंगों को नष्ट कर दिया जहां वह छिपा था, तो उसे जमीन पर रहकर लड़ाई लड़नी पड़ी. जिससे उसकी मौत की संभावना बढ़ गई. अपनी संभावित मौत की तैयारी करते हुए, सिनवार ने हमास को चेतावनी दी थी कि उसकी मौत के बाद इज़रायल कुछ रियायतें देगा, लेकिन हमास को झुकना नहीं चाहिए.
मुहम्मद देइफ को मारने की हुई थी पहले भी कोशिश इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पिछली सरकार के दौरान सिनवार और उसके सैन्य प्रमुख मुहम्मद देइफ को मारने की कोशिशें की गई थीं, लेकिन अधिकारियों का मानना था कि वे डर गए थे. नेतन्याहू के उत्तराधिकारी नफ्ताली बेनेट ने सिनवार को मारने के लिए कम से कम दो बार प्रस्ताव दिया था, लेकिन उनकी सरकार के गिरने से यह योजना पूरी नहीं हो पाई.
बंधक समझौते में सबसे बड़ी बाधा था सिनवार सिनवार, को बंधक समझौते में सबसे बड़ी बाधा माना जाता था, और बीते बुधवार को दक्षिणी गाजा के राफाह इलाके में इज़रायली सेना के साथ मुठभेड़ में मार दिया गया. इज़रायल का कहना है कि मुहम्मद देइफ को जुलाई में मारा गया था. सिनवार की मौत ने अब इस उम्मीद को जन्म दिया है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए 101 लोगों की रिहाई के लिए लंबे समय से अटकी बातचीत फिर से शुरू हो सकती है. मिस्र के अधिकारी इस मौके का लाभ उठाकर युद्धविराम और इज़रायल के गाजा पर "कठोर रुख" को बदलने की उम्मीद कर रहे हैं.
मिस्र का दौरा करेंगे अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन मंगलवार को इज़रायल और उसके बाद मिस्र का दौरा करेंगे. मिस्र की राजधानी काहिरा में होने वाली वार्ता गाजा के प्रशासन और मिस्र-गाजा सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय बल की तैनाती पर केंद्रित होगी. इज़रायल का कहना है कि उसे गाजा में हथियारों की तस्करी रोकने के लिए कुछ नियंत्रण बनाए रखने की जरूरत है. इज़रायली अधिकारी इस युद्ध को एक बंधक समझौते के साथ समाप्त करने के अवसर की तलाश में हैं, जैसा कि कई बंधकों के रिश्तेदारों ने नेतन्याहू से अनुरोध किया है.

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