
हिंदुत्व की पिच पर दो-दो हाथ: 5 जून को राज ठाकरे तो 10 को आदित्य ठाकरे जाएंगे अयोध्या
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राज ठाकरे की हिंदुत्व के पिच पर एक बार फिर सक्रियता शिवसेना के लिए भी मुश्किल पैदा कर सकती है. इसीलिए राज ठाकरे के लाउडस्पीकर वाले अभियान के खिलाफ पार्टी आक्रामक तरीके से पलटवार कर रही है.
महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पर दो-दो हाथ करने के बाद अब नेता राम की नगरी अयोध्या की ओर दौड़ लगाने जा रहे हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे 5 जून को जबकि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे 10 जून को अयोध्या जाएंगे. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के अयोध्या जाने की जानकारी पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने ट्विटर पर दी है.
इससे पहले एमएनएस चीफ राज ठाकरे ने अयोध्या जाने के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि वो एक दिन के दौरे पर जा रहे हैं इसलिए उनका सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है. बता दें कि यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जिस तरह से लाउडस्पीकर को लेकर कार्रवाई की है उस पर राज ठाकरे ने उद्धव पर तंज कसते हुए कहा था कि हमारे पास योगी नहीं भोगी हैं.
महाराष्ट्र में हिंदुत्व पर होड़ महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों से हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना और एमएनएस चीफ राज ठाकरे बीच होड़ लगी हुई है. राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि 3 मई तक अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो उनके कार्यकर्ता लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा शुरू करवा देंगे. उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र में हंगामा शुरू हो गया. इसी बीच निर्दलीय विधायक नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पढ़ने का ऐलान कर दिया. इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में रहने के बाद दोनों जमानत पर बाहर आ गए हैं.
'बाला साहेब की नकल' उधर राज ठाकरे की हिंदुत्व के पिच पर एक बार फिर सक्रियता शिवसेना के लिए भी मुश्किल पैदा कर सकती है. इसीलिए राज ठाकरे के लाउडस्पीकर वाले अभियान के खिलाफ पार्टी आक्रामक तरीके से पलटवार कर रही है. शिवसेना ने राज ठाकरे के हिंदुत्व को कमतर करने की कोशिश करते हुए कहा कि वो बाला साहेब ठाकरे की नकल करके राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं. शिवसेना के नेताओं ने कहा कि कोई भी बाला साहेब ठाकरे की तरह 'हिंदू हृ्दय सम्राट' नहीं बन सकता है जिस तरह एमएनएस नेता राज ठाकरे को 'हिंदूजननायक' कह रहे हैं.
'उद्धव नहीं हैं हिंदूजननायक'" वहीं शिवसेना की इस बात का जवाब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेताओं ने भी किया है. उनका कहना है कि कोई भी बाला साहेब ठाकरे से प्रतियोगिता नहीं कर रहा है. एमएनस नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि जब भी शिवसेना मुश्किल में होती है वो बाला साहेब ठाकरे की यादों को सामने ले आती है. शिवसेना चिढ़ी हुई है क्योंकि न तो उनका कोई सम्मान करता है और न ही उद्धव ठाकरे को कोई 'हिंदूजनजनायक' मानता है.

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