
हादसे में गंवाया पैर, फिर भी ये युवती करती है ऐसा साल्सा डांस, देखकर दुनिया हुई मुरीद
AajTak
29 वर्षीय डांसर और तैराक एंड्रीना हर्नांडेज़ 26 जून, 2016 को अपने डांस स्टूडियो के बाहर बैठी थी. उसी दौरान एक पेड़ उस पर गिर गया जिससे उसका पूरा पैर कुचल गया और उसे शरीर से अलग करना पड़ा. इस घटना के बाद उसकी पूरी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल गई.
कहा जाता है कि प्रतिभा किसी मजबूरी की मोहताज नहीं होती है. ये एक बार फिर साबित कर दिखाया है वेनेज़ुएला की रहने वाली एक महिला ने जो एक दुर्घटना में अपना पैर गंवाने के बाद भी साल्सा डांस की वजह से ऑनलाइन स्टार बन गई है. 29 वर्षीय डांसर और तैराक एंड्रीना हर्नांडेज़ 26 जून, 2016 को अपने डांस स्टूडियो के बाहर बैठी थी. उसी दौरान एक पेड़ उस पर गिर गया जिससे उसका पूरा पैर पूरी तरह कुचल गया. इसके बाद एंड्रीना के पैर को उसके शरीर से अलग करना पड़ा. इस घटना के बाद उसकी पूरी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल गई. अपने पैर को काटे जाने के लगभग पांच साल बाद, हर्नांडेज़ की मां ने इंस्टाग्राम पर बेटी का साल्सा नृत्य करते हुए वीडियो साझा किया जिसमें वो अपना अद्भुत संतुलन दिखा रही है.
Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









