
'हर तरफ से पत्थर बरस रहे थे, घर में छिपकर बचाई जान', महिला पुलिसकर्मी ने बताई हल्द्वानी हिंसा की आपबीती
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बुलडोजर कार्रवाई से गुस्साए लोगों ने पुलिस-प्रशासन पर पथराव कर दिया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इनमें कई महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं. इलाज के लिए अस्पताल पहुंचीं महिला पुलिसकर्मियों ने घटना को लेकर आपबीती बयां की.
उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को अवैध मस्जिद और मदरसा तोड़ने को लेकर बवाल हो गया. इस दौरान बुलडोजर कार्रवाई से गुस्साए लोगों ने पुलिस-प्रशासन पर पथराव कर दिया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इनमें कई महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं. इलाज के लिए अस्पताल पहुंचीं महिला पुलिसकर्मियों ने घटना को लेकर आपबीती बयां की.
एक महिला पुलिसकर्मी ने आजतक से बातचीत में बताया, "हम लोग बहुत ज्यादा बहुत बच कर आए हैं. पथराव होने पर एक घर में हम लोग घुस गए. 15-20 लोग हम अंदर घुसे हुए थें. उसके बाद बाहर से लोगों ने आग लगाने की कोशिश की और पथराव किया. हम बड़ी मुश्किल से छिपकर जान बचाकर आए हैं. इसके बाद मौके पर फोर्स आई. हर गली, छतों से पथराव हो रहा था. हम लोगों ने एक घर में घुसकर फोर्स को लोकेशन दी. तब फोर्स आई. जिस घर में हम थे और जिस व्यक्ति ने हमारी जान बचाई उसके घर दरवाजे तोड़ दिए गए, शीशे तोड़ दिए गए."
शहर में कर्फ्यू, इंटरनेट बंद
शहर में स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने शहर में फर्फ्यू लगा दिया है. कर्फ्यू गुरुवार रात 9 बजे से लागू होकर अगले आदेश तक जारी रहेगा. वहीं शहर में सभी स्कूलों को भी बंद रखने का फैसला किया गया है. इसको लेकर सभी स्कूलों को आदेश जारी कर दिए गए हैं.
उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस-प्रशासन को सख्त एक्शन लेने का आदेश दिया है. उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं. साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई है.

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