'हर अच्छे काम का विरोध, वो ना काम करेंगे ना करने देंगे...' PM मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज
AajTak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा,'विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है. विपक्ष ने संसद भवन की नई इमारत का विरोध किया. शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल नहीं बनाए. विपक्ष स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया. उन्होंने सरदार पटेल को नमन नहीं किया. वो ना काम करेंगे और ना ही करने देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा,'विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है. विपक्ष ने संसद भवन की नई इमारत का विरोध किया. शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल नहीं बनाए. विपक्ष स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया. उन्होंने सरदार पटेल को नमन नहीं किया. वो ना काम करेंगे और ना ही करने देंगे.
यह बातें पीएम मोदी ने 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखने के दौरान कहीं. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे. बता दें कि 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत पीएम ने देश भर के विभिन्न प्रमुख रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लोकार्पण और शिलान्यास किया है, जिसके बाद से देश के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत बदली गई है. इस बार का पुनर्विकास अब तक का सबसे बड़ा कायाकल्प रहने वाला है. ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, इनके विकास में 24,470 करोड़ की लागत निर्धारित की गई है.
उन्होंने आगे कहा,'नॉर्थ ईस्ट में रेलवे के विस्तार को भी हमारी सरकार ने प्राथमिकता दी है. हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा. अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक एक बेहतर एक्सपीरियंस देने का प्रयास है. आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है. वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी है, भारत को लेकर दुनिया का रवैया बदला है. भारत विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा है. अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है. नई ऊर्जा है, नई प्रेरणा है, नए संकल्प हैं. इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है.'
बारिश के पानी को किया जाएगा री-यूज
रेलवे स्टेशन पर हर घंटे ढेरों कचरा जमा हो जाता है. पुनर्विकास परियोजना के तहत इसे डंप करने की जगह री-साइकल करने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा बारिश के पानी को भी स्टोर करके इस्तेमाल में लिया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.