हरियाणा: बजट सत्र आज से, अविश्वास प्रस्ताव पर नजर, क्या बढ़ेगी खट्टर सरकार की मुश्किल?
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हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो कि हंगामेदार हो सकता है. दरअसल, कांग्रेस इस सत्र में खट्टर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी.
कृषि कानून, किसान आंदोलन को लेकर निशाने पर रही हरियाणा की मनोहर खट्टर सरकार के सामने आज से बड़ी चुनौती पेश होने जा रही है. राज्य की विधानसभा का सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो कि हंगामेदार हो सकता है. दरअसल, कांग्रेस इस सत्र में खट्टर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. ये विधानसभा का बजट सत्र है, हालांकि बजट 10 मार्च को पेश किया जाना है. इस सत्र में हरियाणा सरकार एंटी कन्वर्जन बिल भी ला सकती है, जिसपर सभी की निगाहें हैं. इस बिल को यूपी में लव जिहाद के खिलाफ लाए गए बिल से जोड़ा जा रहा है. क्या है हरियाणा का नंबर गेम? अगर खट्टर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो क्या वह विधानसभा में टिक पाएगी. इसके लिए नंबर गेम पर नज़र डालें... हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें खाली है. • 40 बीजेपी • 10 जेजेपी • 30 कांग्रेस • सात निर्दलीय • 1 हरियाणा लोकहित पार्टी नंबर गेम के हिसाब से खट्टर सरकार को 45 विधायकों का समर्थन जुटाना होगा. बीजेपी-जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से बनी सरकार के पास 55 विधायकों का समर्थन हासिल था, हालांकि, 8 MLA सरकार से अपनी नाराजगी जता चुके हैं. JJP के 6 विधायक कृषि कानून के खिलाफ हैं और समर्थन दे रहे दो निर्दलीय विधायक भी अब उसका साथ छोड़ चुके हैं. इस तरह से 8 विधायक सरकार के खिलाफ हो गए हैं, जिसके बाद खट्टर सरकार के समर्थन में फिलहाल 47 की संख्या हो रही है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.