
'हम विजिलेंस से हैं, आपने...', बिजनेसमैन को डराकर कार में बैठाया और ले उड़े 25 लाख
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महाराष्ट्र में पांच लोगों ने खुद को विजिलेंस ऑफिसर बताकर और नकदी ले जाने पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देकर एक व्यापारी से कथित तौर पर 25 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पांच लोगों ने खुद को विजिलेंस ऑफिसर बताकर और नकदी ले जाने पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देकर एक व्यापारी से कथित तौर पर 25 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की. पुलिस ने बुधवार को बताया कि घटना मंगलवार सुबह हुई.
दरअसल, महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और फिलहाल चुनाव आचार संहिता लागू है. चुनाव संबंधी अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए राज्य भर में स्टैटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी), चुनाव आयोग के उड़न दस्ते और पुलिस टीमों को तैनात किया गया है.
कोल्हापुर के गांधीनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर दीपक जाधव ने बताया, जैसे ही झूला व्यापारी पीड़ित मंगलवार सुबह कोल्हापुर के पास एक हाइवे पर बस से उतरा तो एक व्यक्ति उसके पास आया. उसने खुद के विजिलेंस ऑफिसर बताया. उसने व्यापारी से पूछा कि क्या उसके पास कोई कोई कैश है? जब पीड़ित ने उसे बताया कि उसके पास कैश है, तो शख्स ने कहा कि यह चुनाव आचार संहिता के तहत निषिद्ध है. फिर उन्होंने व्यापारी को पूछताछ के लिए उनकी कार में बैठने का निर्देश दिया. कार में पहले से ही चार अन्य लोग बैठे हुए थे. उन्होंने कहा, वे यह कहते हुए उसको लेकर कोल्हापुर की ओर चल पड़े कि उन्हें कैश की मात्रा की जांच करनी है. आरोपी ने व्यापारी से अपना बैग और मोबाइल फोन सौंपने को कहा तो उसने वैसा ही किया. आरोपी व्यक्तियों में से एक ने तब कंप्रोमाइज की बात कही. लेकिन, व्यापारी ने पुलिस स्टेशन जाने पर जोर दिया क्योंकि उसे विश्वास था कि नकदी वैध थी. ऐसे में जब कार अलग डायरेक्शन में चलने लगी तो व्यापारी समझ गया कि उसके साथ ठगी हुई है.
अपनी सुरक्षा के डर से व्यवसायी ने आरोपियों से कैश रखकर उसे छोड़ने का अनुरोध किया. आखिरकारउन्होंने उसे सरनोबतवाड़ी में छोड़ दिया और 25.50 लाख रुपये नकद और उसका मोबाइल फोन लेकर भाग गए. पीड़ित की शिकायत के आधार पर गांधीनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.

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