
'हनी ट्रैप' के जाल में फंसकर देश से दगाबाजी! राजस्थान से दबोचे गए 2 जासूस
AajTak
Honey Trap: राजस्थान में सूरतगढ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे दो युवकों को अरेस्ट किया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में पता चला है कि दोनों को हनी ट्रैप के जरिए शिकार बनाया गया था. दोनों कई महीने से सेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे.
Honey Trap Case: राजस्थान के श्रीगंगानगर में सूरतगढ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो ने दो पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया है. दोनों पिछले कई महीने से पाकिस्तान को सेना की खुफिया जानकारी भेज रहे थे. श्रीगंगानगर के संयुक्त पूछताछ केंद्र में दोनों से पूछताछ की जा रही है. सूरतगढ़ के नितिन यादव और डबली गांव के अब्दुल सत्तार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आगे की पूछताछ के लिए दोनों को जयपुर भेजा जाएगा. दोनों युवकों को हनी ट्रैप के जरिए शिकार बनाया गया. खुफिया जानकारी लेने के लिए दोनों के खातों में 15-15 हजार रुपए भी जमा किए गए.
बता दें कि बीते महीने राजस्थान के जोधपुर में इंटेलिजेंस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) के लिए जासूसी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. आरोपी प्रदीप कुमार प्रजापत सेना की अति संवेदनशील जोधपुर रेजिमेंट में पोस्टेड था और 3 साल पहले ही भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. इंटेलिजेंस की निगरानी में पता चला था कि प्रदीप कुमार पाकिस्तानी महिला एजेंट से सोशल मीडिया के माध्यम से निरंतर संपर्क में था और सामरिक महत्व की सूचनाएं शेयर कर रहा था. इसके बाद प्रदीप कुमार पर कार्रवाई करते हुए 18 मई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तब जाकर नए-नए खुलासे हुए.
यह भी पढ़ें: बाथरूम तो कभी कमरे से...'हनी' ने सेना के जवान पर फेंका जाल, PHOTOS हो गए लीक
पूछताछ में पता चला था कि तकरीबन 6-7 महीने पहले आरोपी के मोबाइल फोन पर एक महिला का कॉल आया था, जिसके बाद दोनों में वॉट्सएप पर चैट, वॉइस कॉल और वीडियो कॉल के जरिए आपस में बातें होने लगीं. महिला ने खुद को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) की रहने वाली और बेंगलुरु स्थित मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) में पोस्टेड होना बताया था. महिला एजेंट ने प्रदीप कुमार से दिल्ली आकर मिलने और शादी करने का झांसा देकर आर्मी से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों के फोटोग्राफ्स मांगे थे.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







