
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जंगल सफारी को मिले 3 नए मेहमान, अफ्रीका से आए चिम्पांजी बने आकर्षण का केंद्र
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी स्थित जंगल सफारी में अब तीनों चिम्पांजी निको, सूझी और एमीलिया नए मेहमान बने हैं. इन्हें अबू धाबी से लाकर विशेष पिंजरे में रखा गया है, जिसमें अफ्रीकी वर्षावन जैसा वातावरण तैयार किया गया है. 7 अप्रैल को लाए गए इन चिम्पांजियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. इससे सफारी का आकर्षण बढ़ गया है.
गुजरात के केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास बनी जंगल सफारी में अब सैलानियों को चिम्पांजी भी देखने को मिलेंगे. अफ्रीका के वर्षावनों में पाए जाने वाले यह बेहद बुद्धिमान और सामाजिक प्राणी अब जंगल सफारी के नए सदस्य बन गए हैं. यूएई के अबू धाबी स्थित कैपिटल जू एंड वाइल्डलाइफ से लाए गए इन तीन चिम्पांजियों में एक नर ‘निको’ और दो मादा ‘सूझी’ और ‘एमीलिया’ शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, तीनों चिम्पांजी 7 अप्रैल 2025 को एकता नगर लाए गए थे. सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें विशेष निगरानी और देखरेख में रखा गया. एक अनुभवी डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम ने स्थानीय वातावरण में इन्हें ढालने के लिए विशेष देखभाल की. अब ये पूरी तरह से पर्यावरण में घुल-मिल चुके हैं.
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इन चिम्पांजियों के लिए जंगल सफारी में अफ्रीका जैसे वर्षावन का वातावरण तैयार किया गया है. उनके लिए एक विशाल और सुरक्षित पिंजरा बनाया गया है, जिसमें उनके स्वभाव, खेल और चढ़ने के स्वाभाविक व्यवहार को ध्यान में रखते हुए विशेष डिजाइन किया गया है. इसमें पेड़ों की शाखाएं, झूलने की व्यवस्था और चढ़ने-उतरने की खुली जगहें शामिल हैं.
जंगल सफारी के निदेशक विपुल चक्रवर्ती ने बताया कि जैसे ही इन चिम्पांजियों को सार्वजनिक सफारी के लिए खोला गया, तो बड़ी संख्या में सैलानी इन्हें देखने पहुंचे. बच्चों और परिवारों में खासा उत्साह देखा गया है. इन चिम्पांजियों के आने से जंगल सफारी की जीव विविधता और आकर्षण में बड़ा इजाफा हुआ है. अब पर्यटक यहां आकर केवल शेर, बाघ और हिरण ही नहीं, बल्कि मानव के सबसे निकटतम प्रजाति चिम्पांजियों को भी नजदीक से देख पाएंगे.

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