
स्टडी में दावा- कोरोना से एक बार अस्पताल में भर्ती, 7 महीने की सैलरी खर्च!
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कोरोना महामारी ने आम आदमी को आर्थिक तौर पर गंभीर चोट पहुंचाई है. दूसरी लहर के दौरान देश में बड़े पैमाने पर लोग इस महामारी की चपेट में आए. कुछ लोगों को कोरोना संक्रमण के दौरान अस्पताल में भर्ती होना पड़ गया.
कोरोना महामारी ने आम आदमी को आर्थिक तौर पर गंभीर चोट पहुंचाई है. दूसरी लहर के दौरान देश में बड़े पैमाने पर लोग इस महामारी की चपेट में आए. कुछ लोगों को कोरोना संक्रमण के दौरान अस्पताल में भर्ती होना पड़ गया. अब एक स्टडी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि कोरोना से जो अस्पताल में भर्ती हो गए, उन्हें कैसी आर्थिक तबाही झेलनी पड़ी. (Photo: File) दरअसल, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया और अमेरिकी बेस्ड Duke Global Health Institute ने एक स्टडी की है, जिसमें दावा किया गया है कि एक आम आदमी के लिए ICU में कोरोना के इलाज का खर्च 7 महीने की सैलरी के बराबर है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक यह स्टडी अभी प्री-प्रिंट स्टेज में है. ये आंकलन एक औसत खर्च के आधार पर निकाला गया है. (Photo: File) इस स्टडी की मानें तो कैजुअल वर्कर्स के लिए कोरोना से अस्पताल खर्च 15 महीने की इनकम के बराबर है. इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने सरकार द्वारा कोरोना इलाज के निर्धारित कीमतों का इस्तेमाल किया है. (Photo: File)
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