
सोनम वांगचुक ने 21 दिन बाद खत्म की भूख हड़ताल, Exclusive बातचीत में बताया आगे का प्लान
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लद्दाख के मशहूर सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने अपना 21 दिनों का भूख हड़ताल समाप्त कर दिया है. उन्होंने बताया कि 27 मार्च से महिलाओं का एक समूह 10 दिनों का भूख हड़ताल करेंगे. वांगचुक ने बताया कि उनके हड़ताल के दौरान देशभर से उन्हें समर्थन मिला.
लद्दाख के मशहूर सोशल एक्टिविस्ट और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल समाप्त कर दी. वह लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान के छठे शेड्यूल में शामिल करने की मांग कर रहे थे. इंडिया टुडे से बातचीत में वांगचुक ने बताया कि अब 27 मार्च से महिलाएं भूख हड़ताल करेंगी. इसके बाद युवाओं और बुजुर्गों का भी हड़ताल होगा.
सोनम वांगचुक ने 6 मार्च को अपना अनशन शुरू किया था. सोशल मीडिया पर एक्टिविस्ट ने बताया था कि उनका भूख हड़ताल 21 दिनों का होगा और जरूरत पड़ने पर आमरण अनशन में तब्दील किया जाएगा. इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने बताया कि 2019 में खुद बीजेपी ने लद्दाख को छठे शेड्यूल में शामिल करने का वादा किया था. उन्होंने बीजेपी लद्दाख का इस संबंध में एक ट्वीट भी दिखाया.
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'हाथ जोड़कर करता हूं लद्दाख के मन की बात'
एक सवाल के जवाब में सोनम वांगचुक ने कहा, 'हम हरगिज केंद्र सरकार के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि केंद्र सरकार से अपील करना चाहेंगे कि लद्दाख के खिलाफ ना रहें. हम बस उनसे अपने वादे पर बने रहने की अपील कर रहे हैं. अगर हम यह भी अपील नहीं कर सकते तो चीन में जन्म लेना चाहिए ना कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में.
वांगचुक ने कहा, 'हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी कर दें तो चर्चा नहीं होता.' उन्होंने कहा, 'हम सिर्फ वादे के मुताबिक अपनी मांग कर रहे हैं और इसके लिए देशद्रोही नहीं कहा जाना चाहिए. उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें (केंद्र सरकार को) उनका वादा याद दिलाना देशद्रोह है? उन्होंने कहा, "मैं तो हमेशा अपने हाथ जोड़कर लद्दाख के मन की बात करता हूं."

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