
सोकर उठी और 'छिपकली' बन गई, घंटों गर्म पानी में बैठती है महिला, डरा देगी दास्तान
AajTak
लौरा ओटिंग नाम की महिला ने बताया कि जब एक रोज वह सोकर उठी तो उसके हाथ की त्वचा 'छिपकली' जैसी होने लगी. इसके बाद उसने एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित होने का डरावना किस्सा सुनाया.
कई बार लोगों के साथ कुछ ऐसा हो जाता है कि एक रात में उनकी जिंदगी बदल जाती है. कभी शरीर में ऐसे बदलाव होने लगते हैं कि समझ से परे होते हैं. हाल में एक महिला के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जब अचानक उसका शरीर किसी छिपकली सा होने लगा.
त्वचा 'छिपकली' जैसी होने लगी
लौरा ओटिंग नाम की महिला ने बताया कि जब एक रोज वह सोकर उठी तो उसके हाथ की त्वचा 'छिपकली' जैसी होने लगी. इसके बाद उसने एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित होने का डरावना किस्सा सुनाया. ये बीमारी इतनी रेयर है कि पूरे अमेरिका में केवल 800 लोगों को है. अपने हाथ पर 'छिपकली की खाल' जैसी रंगत देखने को साथ ही लौरा ओटिंग ने देखा कि उसका पूरा शरीर झाइयों और धब्बों से ढका हुआ था. कोविड-19, फेफड़ों के कैंसर, लिंफोमा और एचआईवी जैसे टेस्ट कराने के बाद उन्हें अपने भीतर इस अजीब बीमारी का पता लगा.
फिंगरप्रिंट तक मिट गए
लौरा इतनी बीमार पड़ गई कि उसकी उंगलियों की त्वचा छिल गई, जिसका मतलब है कि वह अपने फिंगरप्रिंट की मदद से फोन भी अनलॉक नहीं कर सकती थीं. 32 ब्लड टेस्ट और कई बायोप्सी के बाद, उन्हें दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी पिटिरियासिस रूब्रा पिलारिस (पीआरपी) का पता चला.
ऐसे शुरू हुए लक्षण

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









