
सेक्स वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने गोली मारकर 3 लोगों की जान ली?
AajTak
दो पुरुषों और दो महिलाओं के रोमांस का वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद उन लोगों की गिरफ्तारी के आदेश दे दिए गए. लेकिन फिर उन लोगों के गायब होने की खबर मिली.
रूस के नियंत्रण वाले चेचन्या में एक सेक्स वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. ये लोग वीडियो में कथित तौर पर दिखाई दिए थे. हालांकि, वीडियो में शामिल एक महिला को छोड़ दिया गया. Radio Free Europe ने स्थानीय रिपोर्ट्स के आधार पर ये दावा किया है.
रेडियो फ्री यूरोप, अमेरिकी सरकार के फंड से चलने वाली संस्था है. बताया जा रहा है कि दो पुरुषों और दो महिलाओं के एक वायरल वीडियो की वजह से चेचन्या के पुलिस अधिकारियों में नाराजगी थी. वीडियो में दिखे लोगों को मध्य-अप्रैल में लॉ एनफोर्समेंट ने गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. फिर वे लोग कैपिटल सिटी ग्रोजनी से गायब हो गए.
बताया जा रहा है कि वीडियो में दिखी एक महिला को छोड़ दिया गया था क्योंकि वह चेचन्या की नहीं थी, लेकिन रेडियो फ्री यूरोप ने दावा किया है उन्हें वहां एक पुलिस ऑफिसर ने बताया है कि बाकी के तीन लोगों की हत्या कर Dyshne-Vedeno नाम के एक गांव के कब्रगाह में दफना दिया गया है.
स्थानीय लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जिले में तीन नई कब्र दिखी हैं, और वे सभी अनमार्कड हैं. लेकिन अधिकारियों ने इन आरोपों को खंडन किया है. वहीं चेचन्या के मिनिस्ट्री ऑफ इंटरनल अफेयर्स के प्रेस सर्विस ने गायब लोगों के बारे में कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया है.
चेचन्या में ऐसी घटनाओं के पीछे रूसी मिलिट्री के लेफ्टिनेंट जनरल और क्रूर नेता रमजान कादिरोव का हाथ माना जाता है. देश में LGBT community को टॉर्चर करने का भी आरोप लगता आया है. वे लोग gay लोगों को ढूंढ कर निकालते थे, मानवाधिकार ग्रुप्स की मानें तो इसके बाद उनकी हत्या कर दी जाती थी.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






