
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र मामले में सुनवाई टाली, कहा- विधायकों पर कोई फैसला न लें स्पीकर
AajTak
महाराष्ट्र से जुड़ीं सभी याचिकाओं पर 11 जुलाई को सुनवाई तय हुई थी. लेकिन कोर्ट में आज यह मामला लिस्टेड नहीं हुआ. ऐसे में उद्धव ठाकरे गुट की ओर से कपिल सिब्बल ने चीफ जस्टिसन के सामने इसकी जल्द सुनवाई की मांग की. कोर्ट ने कहा कि यह मामला समय लेने वाला है. ऐसे में बेंच का गठन तुरंत नहीं हो सकता.
महाराष्ट्र मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना के दोनों गुटों के विधायकों की अयोग्यता पर कार्यवाही पर रोक लगा दी है. यानी सभी विधायक राहत महसूस कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि स्पीकर विधायकों के खिलाफ कोई एक्शन या सुनवाई अभी न करें. कोर्ट का फैसला आने तक मामला स्थगित रखें.
दरअसल, महाराष्ट्र से जुड़ीं सभी याचिकाओं पर 11 जुलाई को सुनवाई तय हुई थी. लेकिन कोर्ट में आज यह मामला लिस्टेड नहीं हुआ. ऐसे में उद्धव ठाकरे गुट की ओर से कपिल सिब्बल ने चीफ जस्टिसन के सामने इसकी जल्द सुनवाई की मांग की.
कपिल सिब्बल ने कहा कि 39 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट ने 27 जून को 11 जुलाई के लिए लगाया गया था. लेकिन आज नहीं लगी है. उन्होंने मामले की जल्द सुनवाई की मांग करते हुए कहा कि उद्धव गुट के विधायकों को कल स्पीकर के समक्ष जवाब देना है. ऐसे में मामले की सुनवाई आज की जाए.
कोर्ट से सभी विधायकों को राहत
सीजेआई ने कहा कि स्पीकर को जानकारी दी जाए कि वे अभी फैसला न लें. यह मामला समय लेने वाला है. ऐसे में बेंच का गठन तुरंत नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि कोर्ट पहले सभी पक्षों की सुनवाई कर फैसला करेगा. इसके बाद स्पीकर कोई फैसला लें.
दो याचिकाओं पर होनी थी सुनवाई

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










