
सिंगापुर में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम को सफल बनाने वाले भारतीय मूल के शख्स होंगे सम्मानित
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भारतीय मूल के 48 साल के डॉक्टर दीपक को महामारी के खिलाफ इस जंग में अपने योगदान के लिए पब्लिक सर्विस स्टार (कोविड-19) सम्मान से नवाजा जाएगा. उन्होंने कहा कि उस समय वैक्सीन को कारगर बनाने के व्यापक प्रयास किए गए थे.
सिंगापुर में कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर दिनेश वासु दास उन 32 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें कोरोना से निपटने में अपने योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा.
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के क्राइसिस एंड ऑपरेशंस ग्रुप के निदेशक दिनेश का कहना है कि देशव्यापी कोरोना टीकाकरण प्रोग्राम के तहत न सिर्फ देशभर में वैक्सीनेशन केंद्र स्थापित किए गए बल्कि Pfizer-BioNTech वैक्सीन सबसे पहले यहीं उपलब्ध कराई गई.
48 साल के डॉक्टर दीपक को महामारी के खिलाफ इस जंग में अपने योगदान के लिए पब्लिक सर्विस स्टार (कोविड-19) सम्मान से नवाजा जाएगा. उन्होंने कहा कि उस समय वैक्सीन को कारगर बनाने के व्यापक प्रयास किए गए थे.
उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के पीछे एक बेहतरीन टीम का हाथ है. वह कहते हैं कि एक ऐसी जुनूनी और पेशेवर टीम का साथ पाकर मैंने खुद को बहुत भाग्यशाली महसूस किया. टीम ने सिंगापुर के लोगों को कोरोना से बचाने और इस वायरस का लोगों और उनके जीवन पर कम से कम असर पड़े, यह सुनिश्चित करने के भरसक प्रयास किए.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में न सिर्फ देशभर में जल्द से जल्द वैक्सीन केंद्र स्थापित किए गए बल्कि फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन सबसे पहले यहीं उपलब्ध कराई गई. उनका कहना है कि बीते तीन सालों में देश में 1.7 करोड़ कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराना उनकी सबसे बड़ी गौरवान्वित उपलब्धि है.
बता दें कि दिनेश के साथ ही सिंगापुर शिपिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष और इंटरनेशनल चैंबर ऑफ शिपिंग की उपाध्यक्ष कैरोलिन यांग को भी देश में कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम SeaVax के लिए इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा.

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