साइकिल चलाने से पुरुषों में बढ़ता है नपुंसकता का खतरा! आप ना करें ये गलती
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साइकिल चलाना यूं तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है लेकिन पुरुषों के लिए यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है. साइकिल चलाने की वजह से पुरुषों को नपुंसकता की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं कैसे होती है ये दिक्कत और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए.
बच्चे, जवान या बूढ़े, साइकिल चलाना हर किसी को पसंद होता है. साइकिल चलाने से सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं. साइकिलिंग हार्ट फिटनेस, मसल्स स्ट्रेंथ के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है. साथ ही साइकिलिंग से हड्डियों को भी मजबूत मिलती है और बॉडी फैट भी कम होता है. कहा जाता है कि एक ही जगह पर बहुत देर तक बैठे रहने से नपुंसकता का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है, ऐसे में साइकिल चलाने से भी यह खतरा बढ़ जाता है.
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को नपुंसकता के रूप में भी जाना जाता है, इस स्थिति में व्यक्ति सेक्स के लिए पर्याप्त मात्रा में इरेक्शन पैदा करने और उसे मेनटेन रखने में असमर्थ होता है. अगर आपको बार-बार इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है तो इससे आपका स्ट्रेस बढ़ सकता है जो आपके आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है और आपके रिश्ते में इसकी वजह से कई दिक्कतें आ सकती हैं. साथ ही इससे सेक्स करने की इच्छा पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. यह बात रिसर्च में भी साबित हुई है.
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन बनता है कारण
जब आप साइकिल चलाने के लिए इसकी सीट पर बैठते हैं तो इससे आपके प्राइवेट पार्ट्स क्रश होने लगते हैं. जिसका मतलब है इससे आपके प्राइवेट पार्ट्स की नशों पर काफी ज्यादा प्रेशर पड़ता है जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण बनता है और आपकी फर्टिलिटी हेल्थ के लिए बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता.
साइकिलिंग के दौरान, इसकी सीट के कारण प्राइवेट पार्ट और एनल के बीच में काफी ज्यादा प्रेशर पड़ता है. इस प्रेशर के कारण नशों को नुकसान पहुंचता है जिसकी वजह से कुछ समय के लिए ब्लड फ्लो धीरे हो जाता है. इसके चलते पुरुषों का प्राइवेट पार्ट सुन्न हो जाते हैं या उसमें झनझनाहट होने लगती है. कई बार इसकी वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है.
क्या कहती है रिसर्च?
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