सरकारों के पास नहीं है फ्री वैक्सीन, फिर महंगे प्राइवेट अस्पताल कैसे दे रहे हैं टीका: AAP
AajTak
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों से होटलों से क्या सांठगांठ है भाजपा की केंद्र सरकार की, यह हम जानना चाहते हैं? भारत एक ऐसा देश है, जिसने ना अब तक फाइजर को अप्रूवल दिया है, ना मॉडर्ना को और न जॉनसन एंड जॉनसन को.
आम आदमी पार्टी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एक हफ्ते से दिल्ली में युवाओं के लिए वैक्सीन खत्म है, दिल्ली सरकार दिल्ली-एनसीआर के युवाओं को मुफ्त में वैक्सीन दे रही थी, लेकिन अब वैक्सीन नहीं है. यह समस्या सिर्फ दिल्ली की नहीं है, अन्य राज्यों में भी यही हालत है. आज वैक्सीन सिर्फ महंगे प्राइवेट अस्पतालों में है, वहां 900 से 1400 रुपए तक में वैक्सीन दी जा रही है. अब महंगे फाइव स्टार होटल दो-दो दिन के वैक्सीन के पैकेज ऑफर कर रहे हैं. जो हजारों रुपये खर्च कर सकता है, उसके लिए वैक्सीन है, लेकिन सरकारों के पास नहीं है, जो फ्री में वैक्सीन लगाना चाहती है, यह कैसा घोटाला है?लखनऊ में लस्वर तिले को लेकर हिन्दू पक्ष और मुस्लिम पक्ष आमने-सामने हैं. ताजा सुनवाई में स्पष्ट तौर पर मुस्लिम पक्ष ने मांग की थी कि इसकी सुनवाई नहीं की जानी चाहिए कोर्ट में लेकिन कोर्ट ने उनकी यह याचिका खारिज कर दी है और अब सुनवाई उसी कोर्ट में चलेगी. इस पूरे मामले पर मुख्य पक्षकार से जानें पूरा मामला.
डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीना ने बताया कि 28 मई 2024 को पुलिस अधिकारियों द्वारा हमला करने और जबरन वसूली के संबंध में एक पीसीआर कॉल वसंत कुंज साउथ थाने में मिली थी. इस पर कार्रवाई करते हुए थाने में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. मामले में कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है.
पुणे पोर्श कांड में सरकारी डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई. दावा है कि इन डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ की थी, ताकि हादसे के वक्त उसके नशे में होने की बात साबित न हो सके. इस वीडियो में जानेंगे कि आखिर ब्लड में कितना अल्कोहल मिलने पर ड्रिंक एंड ड्राइव का केस बनता है और अगर आसा होता है तो सजा कितनी होती है?
हम सभी को मानसून से बड़ी उम्मीद है. क्योंकि कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं. टेंपरेचर 40 से शुरू होकर 50 या इससे ऊपर तक जा रहा है. इस दौरान प्रचंड गर्मी से ज्यादा ना सही, कुछ हद तक राहत दिलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं गर्मी के प्रकोप से बचाने का जुगाड़ तैयार किया जा रहा है, तो कहीं जंगली जानवरों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने की कोशिशें जारी हैं.