
सऊदी क्राउन प्रिंस के सामने झुकने पर मजबूर हुए बाइडेन
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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से एक वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन मिलने वाले हैं. खाड़ी देशों की यात्रा पर बाइडेन इस महीने के अंत में जाएंगे. अपनी यात्रा के दौरान बाइडेन सऊदी अरब से तेल उत्पादन को बढ़ाने और रिश्तों को मजबूत करने के सिलसिले में बात कर सकते हैं.
तेल की बढ़ती कीमतें अमेरिकी राष्ट्रपति की डेमोक्रेटिक पार्टी के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर रही है जिसे देखते हुए जो बाइडेन ने एक अहम फैसला लिया है. सऊदी अरब के जिस क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन सलमान को पत्रकार जमाल खाशोज्जी की हत्या के लिए जिम्मेदार मानते हैं और जिनसे फोन पर भी बात करने से बाइडेन ने इनकार कर दिया था, अब वो उनसे मिलने वाले हैं.
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन इस महीने के अंत में नेटो और जी-7 देशों की बैठक के सिलसिले में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर जाएंगे. अपनी इस यात्रा के दौरान वो सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी इस यात्रा के दौरान बाइडेन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे. जो बाइडेन के सत्ता में आने के बाद से ही सऊदी अरब और अमेरिका के रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे हैं और खाड़ी देश रूस का करीबी होता जा रहा है. बाइडेन सऊदी अरब को खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड को लेकर निशाना बनाते रहे हैं.
सऊदी पत्रकार जमाल खाशोज्जी की हत्या के लिए बाइडेन प्रिंस सलमान को दोषी मानते हैं. बाइडेन प्रशासन ने एक रिपोर्ट भी जारी की थी जिसमें जमाल खाशोज्जी की हत्या के लिए प्रिंस सलमान को जिम्मेदार बताया गया था.
बाइडेन के सत्ता में आने के बाद ही राष्ट्रपति कार्यालय ने स्पष्ट कर दिया था कि अमेरिका केवल सऊदी के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज से ही वार्ता करेगा. सऊदी के किंग के फैसलों पर हालांकि मोहम्मद बिन सलमान का ही प्रभाव है. लेकिन अमेरिका को अब अपने रुख में बदलाव करने की नौबत आ गई है.
तेल की मजबूरी

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